आइपीएल 10 फाइनल: मुंबई और पुणे के बीच आज होगा खिताबी मुकाबला
आइपीएल-10 का खिताबी मुकाबला रविवार को राजीव गांधी स्टेडियम में महाराष्ट्र की दो टीमों मुंबई इंडियंस और राइजिंग पुणे सुपरजाइंट के बीच होगा।
अभिषेक त्रिपाठी, हैदराबाद। आइपीएल-10 का खिताबी मुकाबला रविवार को राजीव गांधी स्टेडियम में महाराष्ट्र की दो टीमों मुंबई इंडियंस और राइजिंग पुणे सुपरजाइंट के बीच होगा। इसमें जहां मुंबई अनुभव में भारी है तो पुणे सुपरजाइंट को मनोवैज्ञानिक बढ़त मिली हुई है।
मुंबई आइपीएल के 10 संस्करणों में खेलते हुए चौथी बार फाइनल में पहुंची है और तीसरी बार खिताब जीतने की कोशिश करेगी, जबकि सुपरजाइंट अपने दूसरे और आखिरी संस्करण में ही फाइनल में पहुंचने में कामयाब हो गई। यही नहीं उसने इस सत्र में अपना यह सफर तय करने में मुंबई को तीन बार पराजित किया। दोनों लीग मैचों और क्वालीफायर-1 में मुंबई को हराने के बाद निश्चित तौर पर इस टीम के हौसले बुलंद होंगे। पिछले सत्र में भी इन दोनों के बीच दो मुकाबले हुए थे जिसमें दोनों ने एक-दूसरे के घरेलू मैदानों में जीत दर्ज की थी।
मुंबई का आइपीएल में सफर : मुंबई वर्ष 2013 और 2015 में चेन्नई सुपरकिंग्स को हराकर आइपीएल चैंपियन रही थी, जबकि 2010 के फाइनल में उसे इसी टीम से पराजय का सामना करना पड़ा था। 2013 में मुंबई ने चेन्नई को 23 जबकि 2015 में 41 रन से पराजित किया था।
अगर इस सत्र की बात करें तो मुंबई ने बहुत बढिय़ा प्रदर्शन किया है। उसने अपने 14 में से 10 मैच जीतकर 20 अंकों के साथ अंकतालिका में पहला स्थान हासिल किया। हालांकि, क्वालीफायर-1 में पुणे से हारने के कारण उसे झटका लगा, लेकिन क्वालीफायर-2 में उसने कोलकाता नाइटराइडर्स को छह विकेट से हराकर फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली।
-पुणे का छोटा सा रास्ता
चेन्नई सुपरकिंग्स और राजस्थान रॉयल्स पर दो साल का प्रतिबंध लगने के कारण पिछले साल आइपीएल में एंट्री करने वाली इस टीम ने महेंद्र सिंह धौनी की कप्तानी में धमाकेदार एंट्री की और पहले ही मैच में तब की चैंपियन मुंबई इंडियंस को नौ विकेट से पराजित किया, लेकिन इसके बाद यह टीम लगातार चार मैचों में हारी। पिछले सत्र में यह टीम 14 में से केवल पांच मैच जीत सकी और यही कारण था कि इसके मालिकों ने इस सत्र में कप्तान बदलने का निर्णय लिया। सत्र की शुरुआत से ठीक पहले धौनी की जगह ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ को कमान सौंपी गई। टीम ने अच्छी शुरुआत की। हालांकि, बाद में कुछ लय गड़बड़ाई भी, लेकिन पुणे 14 में से नौ मैच जीतकर 18 अंकों के साथ अंकतालिका में दूसरे नंबर पर रही। यही नहीं उसने धौनी की शानदार पारी की बदौलत क्वालीफायर-1 को जीतते हुए सबसे पहले फाइनल में जगह बनाई।
-कर्ण बने एक्स फैक्टर
अगर अनुभव की बात करें तो मुंबई की टीम संगठित और काफी मजबूत नजर आ रही है। नीतीश राणा, लेंडल सिमंस, कीरोन पोलार्ड और पार्थिव पटेल ने शानदार बल्लेबाजी की और जरूरत पडऩे पर हार्दिक और क्रुणाल पांड्या ने दमदार प्रदर्शन किया। पिछले मैच में मिशेल मैक्लेनाघन चोटिल हो गए तो मिशेल जॉनसन ने शानदार प्रदर्शन किया। अब यह देखना होगा कि रोहित फाइनल में राणा और रायुडु में से किसे खिलाते हैं। टीम की गेंदबाजी शानदार है। लसित मलिंगा, जसप्रीत बुमराह और जॉनसन ने कोलकाता के खिलाफ जिस तरह की गेंदबाजी की उससे तो देखने वालों को मजा आ गया। रोहित ने लेग स्पिनर कर्ण शर्मा को अनुभवी ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह पर वरीयता देते हुए क्वालीफायर-2 में खिलाया और उन्होंने चार विकेट ले लिए। निश्चित तौर पर वह अब टीम के एक्स फैक्टर बन गए हैं। हालांकि, कप्तान रोहित शर्मा का फॉर्म में नहीं होना टीम को खल रहा होगा, लेकिन इसमें कोई शक नहीं कि वह शानदार कप्तानी कर रहे हैं।
-धौनी हैं पुणे के एक्स फैक्टर
पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी को जब-जब बूढ़ा या आउट ऑफ फॉर्म कहा जाता है तब-तब वह खुद को दूसरों से ज्यादा फिट और बेमिसाल साबित कर देते हैं। क्वालीफायर-1 में शुरुआती 10 गेंदें उनको समझ में भी नहीं आईं, लेकिन इसके बाद उन्होंने दनादन पांच छक्के मारते हुए सिर्फ 25 गेंद में 40 रनों की पारी खेलते हुए टीम को 160 के पार पहुंचा दिया। उन्होंने मनोज तिवारी के साथ ऐसी साझेदारी की कि मुंबई देखती रह गई। टीम के ओपनर राहुल त्रिपाठी, कप्तान स्टीव स्मिथ और बल्लेबाज मनोज तिवारी भी शानदार फॉर्म में हैं। उसके तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट (22 विकेट) सनराइजर्स हैदराबाद के पर्पल कैप धारी भुवनेश्वर कुमार (26 विकेट) के बाद इस सत्र में विकेट लेने वाले दूसरे सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज हैं। इमरान ताहिर और ऑलराउंडर बेन स्टोक्स के जाने के बाद शार्दूल ठाकुर (11 विकेट) और डेनियल क्रिश्चियन (09 विकेट), वाशिंगटन सुंदर (08 विकेट) और एडम जांपा ने बेहतर प्रदर्शन किया है। वाशिंगटन ने तो पिछले मैच में सिर्फ 16 रन देकर तीन विकेट चटकाए थे। हालांकि, ओपनर अजिंक्य रहाणे ने पिछले मैच में अर्धशतक लगाया, लेकिन वह इतना धीमा था जिससे टीम को जीत नहीं मिलती। टीम को स्टोक्स की जगह बल्लेबाजी की भरपाई भी करनी होगी।