ये जीत 2012 से भी अधिक संतोषजनक: नरेन
आइपीएल-7 फाइनल में जीत के बाद इस टीम के सभी खिलाड़ी जश्न में डूबे दिखे, आखिर ये उनका दूसरा खिताब जो है वहीं अगर टीम के सबसे सफल गेंदबाज व टूर्नामेंट में 21 विकेट लेकर इस मामले में दूसरे नंबर पर रहने वाले कैरेबियाई स्पिनर सुनील नरेन की मानें तो इस बार की जीत, 2012 की खिताबी जीत से ज्यादा संतोषजनक है। नरेन ने कहा, 'ये स
बेंगलुरू। आइपीएल-7 फाइनल में जीत के बाद इस टीम के सभी खिलाड़ी जश्न में डूबे दिखे, आखिर ये उनका दूसरा खिताब जो है वहीं अगर टीम के सबसे सफल गेंदबाज व टूर्नामेंट में 21 विकेट लेकर इस मामले में दूसरे नंबर पर रहने वाले कैरेबियाई स्पिनर सुनील नरेन की मानें तो इस बार की जीत, 2012 की खिताबी जीत से ज्यादा संतोषजनक है।
नरेन ने कहा, 'ये साल और बेहतर था क्योंकि हमने 200 के लक्ष्य को हासिल किया जो कि आसान काम नहीं है। लड़कों ने इस जीत के लिए कड़ी मेहनत की थी और वे इस लम्हे के हकदार हैं। इस साल हमारी शुरुआत अच्छी नहीं रही लेकिन हमने लगातार नौ जीत हासिल करके टूर्नामेंट का अंत किया जो अद्भुत है। एक बार खिताब जीतना शानदार होता है लेकिन दो बार इसको अपने नाम करना एक अद्भुत सफलता है और शानदार अहसास है। केकेआर का हिस्सा बनकर बहुत अच्छा महसूस होता है और खासतौर पर तब जब मेरा प्रदर्शन भी अच्छा रहा। इस साल ये पूरी टीम की मेहनत थी और इसका श्रेय पूरी टीम को जाता है जिसने अंत तक शानदार टीम होने का परिचय दिया। ये (खिताब) कोलकाता के फैंस के लिए है जिन्होंने हर स्थिति में हमारा समर्थन किया। इडेन गार्डन पर खेलना इस बार भी शानदार अनुभव रहा और उम्मीद करता हूं कि अगले साल हम इसको बरकरार रखेंगे।'
नरेन ने फाइनल में 94 रनों की धुआंधार पारी खेलकर अपनी टीम को जीत का मंच देने वाले केकेआर के बल्लेबाज मनीष पांडे की भी तारीफ की और कहा कि वो शानदार थे क्योंकि 200 का लक्ष्य हासिल करने के लिए एक मजबूत मानसिक स्थिति चाहिए और मनीष ने अपनी पारी से इसका परिचय दिया।