भारत को आसानी से हरा देगें: फ्लेमिंग
ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी डेमियन फ्लेमिंग विश्व के विध्वंसक गेंदबाज माने जाते हैं। टेस्ट इतिहास में फ्लेमिंग अपने डेब्यू मैच में हैट्रिक लेने वाले दुनिया के तीसरे एवं ऑस्ट्रेलिया के एकमात्र गेंदबाज हैं। इन्होंने 1994 में रावलपिंडी में पाकिस्तान के खिलाफ हैट्रिक सहित सात विकेट चटकाए थे।
नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी डेमियन फ्लेमिंग विश्व के विध्वंसक गेंदबाज माने जाते हैं। टेस्ट इतिहास में फ्लेमिंग अपने डेब्यू मैच में हैट्रिक लेने वाले दुनिया के तीसरे एवं ऑस्ट्रेलिया के एकमात्र गेंदबाज हैं। इन्होंने 1994 में रावलपिंडी में पाकिस्तान के खिलाफ हैट्रिक सहित सात विकेट चटकाए थे।
डेमियन फ्लेमिंग ने टेस्ट कॅरियर में 25.89 की औसत से 75 विकेट लिए है। उनका बेस्ट प्रदर्शन 30 रन देकर 5 विकेट का रहा। वनडे में उन्होंने कुल 88 मैचों में 134 विकेट लिए। विज्डन इंडिया के साथ बात करते हुए डेमियन फ्लेमिंग ने अपने अनुभवों को साझा किया।
कॅरियर के दौरान आप अपने चोटों से काफी परेशान रहे, क्या इसी कारण से आपने महज 33 साल की उम्र में क्रिकेट को अलविदा कह दिया?
निश्चित रूप से। तीसरी बार मैं अपने कंधे की चोट से उबर पाया था। तब मुझे फिर से क्रिकेट अकादमी में एक नौकरी का ऑफर दिया गया। मेरे पास खेलने के लिए अभी बहुत समय था तथा मेरा अनुबंध भी समाप्त नहीं हुआ था। लेकिन तीसरी बार कंधे की चोट से खेलना संभव न हो सका। तब मैं 32 साल का था। अभी तो खिलाड़ी 30 साल के बाद तक भी खेलते रहते हैं लेकिन मैं कोच बनने के लिए उत्सुक था। तब मुझे ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट अकादमी में कोच के लिए ऑफर भी दिया गया।
पहले ही टेस्ट कॅरियर में हैटट्रिक के बारे में अपने अनुभव बताएं?
यह मेरे लिए शानदार अनुभव था। मुझे 20 साल होने में अभी कुछ सप्ताह बाकी था। मुझे विश्वास नहीं हो रहा था कि मैं टेस्ट मैच में अपने देश का प्रतिनिधित्व कर रहा हूं। मैं एक बच्चें की तरह सोच रहा था कि एक टेस्ट मैच ही काफी है बेहतर करने के लिए और यदि एक मैच में अच्छा किया तो दूसरा मैच भी मिलेगा। मैं भाग्यशाली था क्योंकि मैंने पहली पारी में ही चार विकेट लिए थे। मुझे याद हैं कि जब मैं गेंदबाजी करने के लिए आया तो मैच ड्रॉ की ओर जा रहा था। मैंने पहले सलीम फिर आमिर मलिक का विकेट लिया। अब हैटट्रिक की बारी थी। उसी वक्त ड्रिंक ब्रेक हो गया। अब मेरे पास रणनीति बनाने के लिए वक्त था। मुझें नहीं पता था कि मैं इतिहास बनने जा रहा हूँ और तीसरा विकेट भी मैंने चटका लिया। यह मेरे लिए बहुत खुशी की बात थी, पर दुर्भाग्यवश हमलोग यह टेस्ट मैच हार गए।
हाल ही में पाकिस्तानी टीम के खिलाफ ऑस्ट्रेलियाई टीम कुछ खास नहीं कर पाई। क्या लगता है भारत के साथ मुकाबला कैसा रहेंगा?
भारत के खिलाफ यह टेस्ट सीरीज निश्चित रूप से ऑस्ट्रेलिया ही जीतेगी। भारत इंग्लैंड में जिस तरह हारा था उससे भी बुरी तरह से यहाँ हारेगा। यहां की पिच थोड़ी तेज और बाउंसर है। गेंद ज्यादा हवा में नहीं उछ्लेगी जिससे भारतीय बल्लेबाजों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता हैं। हम अपने यहाँ की पिच को भलीभांति समझते हैं। इसलिय मुझे लगता है कि भारत यहाँ बुरी तरह से हारेगा।
आप इस बार के विश्व कप में ऑस्ट्रेलियाई टीम को कहाँ देखते हैं?
मुझे लगता है कि ऑस्ट्रेलिया विश्वकप जीत सकता है। क्योंकि हमारे पास डायनामिक प्लेयर्स हैं जैसे मैक्सवेल, फॉल्कनर, जॉनसन, स्टीवन स्मिथ, आदि। पिछला विश्वकप भारत अपने ही घरेलू मैदान में जीता था। इस बार जब विश्वकप ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में हो रहा है तो किसी और टीम को ऑस्ट्रेलियाई घरेलू मैदान में ऑस्ट्रेलिया को हराना बहुत मुश्किल होगा। मुझे लगता है कि न्यूजीलैंड सेमीफाइनल तक जा सकता है। भारत के बल्लेबाज बेहतर स्कोर बना सकते हैं। विराट कोहली अच्छे फॉम में हैं। दक्षिण अफ्रीका भी काफी बेहतरीन टीम है। वह अभी तक एक भी विश्वकप नहीं जीता है। पाकिस्तान, श्रीलंका और वेस्टइंडीज बाकी देश पीछे हैं पर सबके अन्दर जोश भरा है। इन छह टीमों के बीच रोमांचक मैच देखने को मिलेगा।
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