महिला क्रिकेटर चाहती हैं नई लीग लेकिन बीसीसीआइ तैयार नहीं
भारतीय महिला क्रिकेटर भले ही अपने लिए आइपीएल के ख्वाब संजो रही हों लेकिन बीसीसीआइ इसको लेकर बहुत ज्यादा उत्सुक नहीं है।
नई दिल्ली। महिला विश्व कप के फाइनल में पहुंचकर दुनिया का दिल जीतने वाली भारतीय महिला क्रिकेटर भले ही अपने लिए आइपीएल के ख्वाब संजो रही हों लेकिन बीसीसीआइ इसको लेकर बहुत ज्यादा उत्सुक नहीं है। सीओए की सदस्य डायना इडुलजी और वर्तमान भारतीय क्रिकेट की अधिकतर सदस्य चाहती हैं कि महिला आइपीएल या उसके जैसी कोई अन्य लीग आयोजित हो लेकिन दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड अभी ऐसी किसी योजना के पक्ष में नहीं है।
बीसीसीआइ अभी लोढ़ा समिति की सिफारिशों को लागू न करने को लेकर परेशान है। उन्हें अपने भविष्य के बारे में ही नहीं पता तो वे महिला लीग पर कैसे ध्यान लगाएंगे। एक पदाधिकारी ने कहा कि हमारे पास उतना टैलेंट पूल भी नहीं है और इतनी महिला क्रिकेटर भी नहीं हैं जो आइपीएल की तरह अलग से स्तरीय टी-20 लीग शुरू की जा सके। आप मुझे उन 30 लड़कियों के नाम बताओ जिनका नाम खिलाड़ियों की नीलामी में डाला जा सके। 15-20 से ज्यादा नाम दिमाग में नहीं आएंगे। इसके अलावा कोई प्रायोजक या फ्रेंचाइजी को इसमें रुचि नहीं है। कॉर्पोरेट्स अभी इस पर पैसा लगाने को तैयार नहीं हैं। जनता इन्हें टीवी पर खेलते हुए देखना चाहती है, इससे ज्यादा कुछ नहीं। हरमनप्रीत कौर और स्मृृति मंधाना की तरह अन्य लड़कियां भी ऑस्ट्रेलिया में होने वाली बिग बैश लीग में खेलती रह सकती हैं।