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हार की बड़ी वजह, आखिर इस गेंदबाज को बार-बार टीम में क्यों शामिल कर रहा है गुजरात ?

उनकी टीम बार-बार प्रयोग कर रही है और इसका एक उदाहरण उनका ये गेंदबाज है।

By ShivamEdited By: Published: Tue, 18 Apr 2017 09:30 PM (IST)Updated: Wed, 19 Apr 2017 09:31 AM (IST)
हार की बड़ी वजह, आखिर इस गेंदबाज को बार-बार टीम में क्यों शामिल कर रहा है गुजरात ?
हार की बड़ी वजह, आखिर इस गेंदबाज को बार-बार टीम में क्यों शामिल कर रहा है गुजरात ?

(शिवम् अवस्थी), नई दिल्ली। गुजरात लायंस की टीम में इस समय आइपीएल की अंक तालिका में सबसे नीचे चल रही है। उन्होंने अब तक खेले 5 मैचों में सिर्फ एक में जीत दर्ज की है और 4 मैच गंवाए हैं। यूं तो इसके कई कारण सामने आ सकते हैं लेकिन एक कारण उनकी रणनीति भी है। उनकी टीम बार-बार प्रयोग कर रही है और इसका एक उदाहरण उनका एक गेंदबाज है।

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- आखिर कब तक 'चाइनामेन' को मिलेगा मौका

हम यहां बात कर रहे हैं गुजरात लायंस के स्पिनर शिविल कौशिक की। ये 21 वर्षीय खिलाड़ी उस खास चाइनामेन गेंदबाजों की जमात में है जो दुनिया में कम ही मौजूद हैं। कानपुर के कुलदीप यादव के बाद कौशिक भी चाइनामेन गेंदबाजों की खासियत का प्रचार अपने प्रदर्शन से करना चाहते हैं लेकिन फिलहाल ये होता नहीं दिख रहा है। गुजरात लायंस के खिलाफ मंगलवार को खेले गए मैच में कौशिक ने बैंगलोर के खिलाफ 3 ओवर में 36 रन लुटा डाले और उन्हें कोई विकेट नहीं मिला। वैसे, ये कहानी सिर्फ इस मैच की नहीं है। इससे पहले भी इस आइपीएल में उन्हें दो मुकाबलों में मौका मिला था और दोनों में वो कुछ खास नहीं कर सके थे। कोलकाता के खिलाफ मैच में उन्होंने चार ओवर में बिना किसी सफलता के 40 रन लुटा दिए जबकि अपने दूसरे मैच में उन्होंने चार मैचों में बिना किसी सफलता 29 रन लुटा डाले। यानी अब गुजरात लायंस को मंथन करना ही होगा कि अब शिविल को कुछ समय आराम दिया जाए या फिर अपना प्रयोग जारी रखा जाए।

- पिछली बार भी कुछ खास नहीं किया

पिछले आइपीएल में शिविल ने 7 मैचों में 192 रन लुटाते हुए 8.34 की इकॉनमी रेट से कुल 6 विकेट लिए थे। उनका अनोखा एक्शन तो चर्चा का विषय बना था लेकिन उससे ज्यादा होता कुछ नजर नहीं आया। इस बात में कोई दो राय नहीं है कि युवा खिलाड़ियों को जब तक मौके नहीं मिलेंगे और जब तक उन्हें अनुभव नहीं होगा तब तक वो बेहतर नहीं बनेंगे लेकिन फिलहाल गुजरात लायंस की स्थिति ऐसी नहीं है। गुजरात लगातार मुकाबले गंवा रही है और इसके लिए उन्हें कड़े फैसले लेने ही होंगे। 


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