भारतीय टीम के कोच पद के दावेदारों की आज होगी समीक्षा, इनमें है जबरदस्त लड़ाई
भारतीय क्रिकेट टीम के कोच पद के लिए आज होगा साक्षात्कार
मुंबई, प्रेट्र। तीन सदस्यीय क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) सोमवार को बैठक कर भारतीय टीम के कोच पद के दावेदारों की समीक्षा करेगी तो पूर्व टीम निदेशक रवि शास्त्री इस पद की दौड़ में सबसे आगे होंगे।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) को इस पद के लिए दस लोगों के आवेदन मिले हैं। इनमें शास्त्री, वीरेंद्र सहवाग, टॉम मूडी, रिचर्ड पाइबस, डोडा गणेश, लालचंद राजपूत, लांस क्लूजनर, राकेश शर्मा (ओमान की राष्ट्रीय टीम के कोच), फिल सिमंस और उपेंद्रनाथ ब्रह्म्मचारी (इंजीनियर, क्रिकेट की कोई पृष्ठभूमि नहीं) शामिल हैं। यह पता चला है कि सीएसी इन दस दावेदारों में से छह का साक्षात्कार लेगी। सूत्रों के अनुसार, साक्षात्कार के लिए छह संभावित उम्मीदवार शास्त्री, सहवाग, मूडी, सिमंस, पाइबस और राजपूत हो सकते हैं। फिलहाल क्लूजनर को स्टैंडबाई रखा जा सकता है, लेकिन उन्हें यह पद मिलने की संभावना काफी कम या नहीं के बराबर है।
कप्तान विराट कोहली के साथ मतभेद के बाद दिग्गज स्पिनर और पूर्व मुख्य कोच अनिल कुंबले ने वेस्टइंडीज सीरीज से पहले पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद से यह पद खाली है। कुंबले-कोहली विवाद के बाद सीएसी को अपनी पसंद को लेकर सतर्कता बरतनी होगी, क्योंकि नए कोच को दो साल के लिए अनुबंधित किया जाएगा।
रवि के कोहली के साथ अच्छे समीकरण
शास्त्री ने शुरू में इस पद के लिए आवेदन नहीं किया था, लेकिन बीसीसीआइ ने जब आवेदन स्वीकार करने की समय सीमा नौ जुलाई तक बढ़ाई तो इस पूर्व कप्तान ने आवेदन किया और इस पद को हासिल करने के प्रबल दावेदार बन गए। कोहली के साथ अच्छे समीकरणों के कारण शास्त्री इस पद के सबसे मजबूत दावेदार हैं। टीम निदेशक के रूप में उनके पिछले कार्यकाल में टीम 50 ओवर के विश्व कप के सेमीफाइनल तक पहुंची थी। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि इस मसले पर सौरव गांगुली की राय क्या होगी। गांगुली सीएसी के सदस्य हैं और पिछले साल शास्त्री के साथ टीम कोच को लेकर हुआ उनका विवाद भी जगजाहिर है।
सहवाग दूसरे नंबर पर
दूसरी तगड़ी दावेदारी वीरेंद्र सहवाग की है। क्रिकेट में अपने करियर को लेकर सहवाग जीनियस नजर आते हैं, लेकिन कोचिंग की क्षमताओं को लेकर उन्हें अभी खुद को साबित करने की जरूरत है। सहवाग आइपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब के मेंटर रहे हैं, लेकिन टीम का परिणाम अपेक्षा के अनुरूप नहीं दिखा।
मूडी भी कम नहीं
मूडी को भी खारिज नहीं किया जा सकता, क्योंकि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय और फ्रेंचाइजी कोच के रूप में खुद को साबित किया है। बतौर कोच मूडी श्रीलंका की टीम को 2011 के विश्व कप फाइनल तक ले गए थे। इसके अलावा उनकी कोचिंग में सनराइजर्स हैदराबाद ने आइपीएल चैंपियन बनने में सफलता हासिल की थी। मूडी ने पिछले साल भी टीम इंडिया के कोच के लिए आवेदन किया था, लेकिन बाजी कुंबले के हाथ लगी थी। मूडी के पक्ष में एक बात और जो जाती है वह उनका शांत व्यवहार और पर्दे के पीछे से काम करने की योग्यता है। यदि मूडी टीम इंडिया के कोच बनते हैं तो मैकडरमॉट गेंदबाजी कोच के रूप में एक अच्छे विकल्प हो सकते हैं। हालांकि, दोनों एक ही देश के हैं। यदि शास्त्री को चुना जाता है तो गेंदबाजी कोच के रूप में भरत अरुण की टीम में वापसी होगी।
छोटी टीमों के अनुभवी
क्लूजनर ने भी इस पद के लिए आवेदन किया है। उन्हें दक्षिण अफ्रीका में घरेलू लीग में प्रांतीय टीमों की कोचिंग का कुछ अनुभव है। सिमंस अफगानिस्तान और आयरलैंड जैसी छोटी टीमों के लिए अच्छे कोच साबित हुए हैं।