कम ही दिखता है ये नजारा, सिख क्रिकेटर ने पाकिस्तान में रचा नया इतिहास
असत्यापित जानकारी के अनुसार एक अन्य सिख क्रिकेटर गुलाब सिंह भी कुछ वर्ष पहले ग्रेड दो के दो या तीन मैचों में खेला था।
कराची, प्रेट्र : महिंदर पाल सिंह मंगलवार को पाकिस्तान की घरेलू प्रतियोगिता में खेलने वाले कुछेक सिख क्रिकेटरों में शामिल हो गए। वह पैट्रंर्स ट्रॉफी ग्रेड दो टूर्नामेंट में कैंडीलैंड की तरफ से खेलने के लिए उतरे।
महिंदर संभवत: पाकिस्तान की घरेलू क्रिकेट में खेलने वाले पहले सिख क्रिकेटर हैं, लेकिन असत्यापित जानकारी के अनुसार एक अन्य सिख क्रिकेटर गुलाब सिंह भी कुछ वर्ष पहले ग्रेड दो के दो या तीन मैचों में खेले थे।
महिंदर ने कहा, 'मैं पैट्रंर्स ट्रॉफी ग्रेड-2 प्रतियोगिता में खेलने का मौका पाकर बेहद उत्साहित हूं। मैंने पहली पारी में दो विकेट लिए, लेकिन मांसपेशियों में खिंचाव के कारण दूसरी पारी में गेंदबाजी नहीं कर पाया।' इस 21 वर्षीय तेज गेंदबाज ने कहा कि जब कैंडीलैंड के मैनेजर बसालत मिर्जा ने उन्हें बताया तो वह खुशी से झूम उठे। महिंदर पाल ने कहा, 'मैंने कैंडीलैंड के लिए 2015 में प्रतिभा खोज कार्यक्रम में हिस्सा लिया था और उन्होंने मुझे याद रखा।' महिंदर पाकिस्तान में रहने वाले 20 हजार सिखों के समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं। वह ननकाना साहिब के रहने वाले हैं जो सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक का जन्मस्थान है।
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महिंदर पहली बार तब सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने खुद को साबित करते हुए नवंबर में लाहौर स्थित नेशनल क्रिकेट अकादमी में जगह बनाई थी। उन्होंने कहा कि मेरे डॉक्टर पिता (हरजीत सिंह) ने पिछले साल शिविर में चुने जाने के बाद से मेरा काफी सहयोग किया है। अपने पांच भाई-बहनों में सबसे बड़े महिंदर ने कहा कि मेरा लक्ष्य प्रथम श्रेणी क्रिकेट और पाकिस्तान सुपर लीग टी-20 खेलना है।
मालूम हो कि पाकिस्तान की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम की तरफ से अब तक कुल सात गैर मुस्लिम खिलाडि़यों ने ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला है। हिंदू खिलाड़ी दानिश कनेरिया आखिरी ऐसे गैर मुस्लिम खिलाड़ी थे, जिन्होंने पाकिस्तान की तरफ से क्रिकेट खेला था।