नहीं लगा है कोई बैन, पाकिस्तानी खिलाड़ी 100 पुश अप्स मार सकते हैं: नजम सेठी
नजम सेठी ने कहा है कि पाक खिलाड़ी 10 क्यों 100 पुश अप लगाएं।
लाहौर (आइएएनएस)। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड अपने खिलाड़ियों के पुश अप मारने या न मारने को लेकर इन दिनों खबरों में है। पहले खिलाड़ियों की इस हरकत पर बैन लगाने की खबर आई थी अब पीसीबी की एग्जीक्यूटिव कमेटी के चेयरमैन नजम सेठी ने कहा है कि पुश अप्स बैन नहीं किए गए हैं।
सेठी ने कहा है कि खिलाड़ियों को तो सेंचुरी मारने पर 10 नहीं, 100 पुश अप्स मारने चाहिए। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'अल्लाह के लिए ऐसा न कहो! पुश अप्स पर कोई बैन नहीं लगा है, बल्कि मुझे लगता है कि खिलाड़ियों शतक लगाने के बाद 100 पुश अप्स मारने चाहिए।'
इससे पहले खबर आई थी कि पाकिस्तान के क्रिकेटर्स जीत के बाद या शतक लगाने के बाद पुश अप्स कर जश्न मनाते नहीं दिखेंगे। कहा गया था कि पीसीबी ने उन पर पुश अप्स करने को लेकर बैन लगा दिया है। इस बवाल के बाद सेठी ने एक ट्वीट में उन्होंने मीडिया को पाकिस्तानी क्रिकेट टीम को राजनैतिक मुद्दों में घसीटने से पहले पाक आर्मी द्वारा पीसीबी को दी जाने वाली फिटनेस ट्रेनिंग की सराहना करने की नसीहत भी दी।Oh for God's sake, there is no ban on pushups! In fact I think players should do 100 pushups when they score a century!! 👍
— Najam Sethi (@najamsethi) October 26, 2016
गौरतलब है कि इसी साल जुलाई में इग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में शतक लगाने के बाद कप्तान मिस्बाह उल हक ने पहली बार इस तरह के 10 पुश-अप किए थे। इसके बाद टीम के सभी खिलाड़ियों ने लॉर्ड्स टेस्ट मैच जीतने के बाद भी ऐसा ही किया था।1/2 Sajda/pushups etc done @ discretion of players. PCB highly appreciates fitness training facilities of PakArmy, utilised thrice in 6 yrs
— Najam Sethi (@najamsethi) October 26, 2016
मिस्बाह ने इस पर पूछताछ के दौरान पाकिस्तानी सेना के साथ दौरे से पूर्व बूट कैंप का संदर्भ देते हुए कहा था, 'हमने लाहौर में हुए स्किल कैंप से पहले एबटाबाद में भी एक शिविर में हिस्सा लिया था, जहां हम मैदान में उतरने से पहले हर बार सम्मान प्रदर्शित करने के लिए 10 पुश-अप किया करते थे। मैंने तब सैनिकों से वादा किया था कि जब भी मैं शतक लगाऊंगा तो उन्हें याद दिलाने के लिए इसी तरह पुश-अप किया करूंगा।' आपको बता दें पाकिस्तानी टीम के इंग्लैंड दौरे से पहले खिलाड़ियों को पाक सेना द्वारा ट्रेनिंग दी गई थी।