14 साल पहले आज ही के दिन ऑस्ट्रेलिया ने यूं तोड़ा था भारत का सपना
14 साल पहले आज ही के दिन ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया को विश्व कप के फाइनल में मात देकर करोड़ों हिंदुस्तानियों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया था।
नई दिल्ली, जेएनएन। 14 साल पहले आज ही के दिन ऑस्ट्रेलियाई टीम ने भारतीय फैंस को निराश कर दिया था। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पॉन्टिंग ने भारतीय टीम के एकक सपने को पूरी तरह से चकनाचूर कर दिया था। वो सपना था दूसरी बार विश्व कप की ट्रॉफी उठाने का। दूसरी बार वर्ल्ड चैंपियन बनने का।
सन 2003 में 23 मार्च का ही वो दिन था, जब ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया को विश्व कप के फाइनल में मात देकर करोड़ों हिंदुस्तानियों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया था।
जोहानिसबर्ग के मैदान पर भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग करने का फैसला किया। ऑस्ट्रेलिया ने निर्धारित 50 ओवर में दो विकेट के नुकसान पर 359 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। उस समय ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान रहे रिकी पॉन्टिंग ने 121 गेंदों पर चार चौकों व आठ छक्कों की मदद से 140 रन की धमाकेदारी पारी खेली। पॉन्टिंग का साथ देते हुए डेमियन मार्टिन 84 गेंदों पर सात चौकों व एक छक्के की मदद से 88 रन बनाकर नाबाद लौटे।
पॉन्टिंग और मार्टिन ने मिलकर तीसरे विकेट के लिए 234 रन की साझेदारी की। विकेटकीपर एडम गिलक्रिस्ट ने 57 और मैथ्यू हेडन ने 37 रन की पारी खेली थी।
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360 रन की पहाड़ सी चुनौती का पीछा करते हुए भारतीय टीम पूरी बिखर गई। भारत की तरफ से सबसे ज़्यादा 82 रन वीरेंद्र सहवाग के बल्ले से निकले। भारत की पूरी टीम 234 रन पर सिमट गई। ऑस्ट्रेलिया की टीम ने भारत को 125 रन से मात देकर टीम इंडिया का विश्व कप जीतने का सपना चकनाचूर कर दिया।