टूटी कलाई के साथ लगातार 13 टेस्ट मैच खेले थे इस भारतीय ओपनर ने
अपनी टूटी कलाई के साथ टेस्ट मैच खेलता रहा ये भारतीय ओपनर बल्लेबाज।
नई दिल्ली। इंसान को अगर जरा सी चोट लग जाए तो छोटे से छोटा काम करना मुश्किल हो जाता है लेकिन किसी की कलाई टूटी रहे और वो लगातार एक दो नहीं 13 टेस्ट मैच खेलता रहे तो उसकी हिम्मत की दाद देनी पड़ेगी। 13 टेस्ट मैच यानी करीब 65 दिन, यानी दो से तीन महीने। ऐसी हिम्मत दिखाई इस भारतीय ओपनर बल्लेबाज ने जिन्होंने इस वर्ष घरेलू टेस्ट सीजन में लगातार 13 टेस्ट मैच खेले। हालांकि इंजरी की वजह से इस खिलाड़ी को आइपीएल 10 से बाहर होना पड़ा।
भारतीय टेस्ट टीम के ओपनर बल्लेबाज मुरली विजय ने कहा कि उनकी चोट काफी गंभीर थी और उन्हें खुलकर खेलने में काफी कठिनाई हो रही थी। मैं टेस्ट मैचों के दौरान अपनी टूटी हुई कलाई के साथ खेल रहा था। ये विषम परिस्थिति थी लेकिन मेरे लिए भारतीय टीम सर्वोपरि है। मैं खुलकर खेलने में सक्षम नहीं था क्योंकि मेरी तकलीफ काफी बढ़ गई थी। मैं दर्द की वजह से कुछ शॉट्स नहीं खेल पा रहा था जो मैं खेलना चाहता था। तेज गेंदबाज के खिलाफ मैं ऑफ द फ्रंट फुट नहीं खेल पा रहा था क्योंकि मेरे निचले यानी बाएं हाथ की कलाई में फ्रैक्चर था।
मुरली विजय के मुताबिक एक बल्लेबाज के तौर पर अगर आप कुछ शॉट्स नहीं खेल पाते हैं तो ये आपके लिए तनाव बढ़ाता है लेकिन मैंने इसे एक चुनौती के तौर पर लिया क्योंकि कुछ भी आसानी से नहीं मिलता और मैंने इससे काफी कुछ सीखा। मैं खेलते वक्त दर्द में होता था लेकिन मैंने कभी उसे दिखाने की कोशिश नहीं की।
भारतीय घरेलू टेस्ट सीजन में इस वर्ष 13 टेस्ट मैचों में उन्होंने 36.71 की औसत से 771 रन बनाए थे। इस दौरान उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेंगलुरु टेस्ट मैच मिस किया था। इस टेस्ट सीजन में वो चेतेश्वर पुजारा और विराट कोहली के बाद रन बनाने के मामले में तीसरे भारतीय बल्लेबाज रहे।