टीम इंडिया के इस बल्लेबाज ने दिखाया दम, लगा दिया दोहरा शतक
इस भारतीय बल्लेबाज ने कमाल की पारी खेलते हुए दोहरा शतक जड़ दिया।
शरद त्रिपाठी, कानपुर। टीम इंडिया से बाहर चल रहे बल्लेबाज मनीष पांडेय के दोहरे शतक और देगा निश्चल के करियर की पहली सेंचुरी (195) की बदौलत कर्नाटक की टीम ने उप्र के सामने पहाड़ जैसा स्कोर खड़ा कर दिया। उप्र की पूरी गेंदबाजी मनीष और निश्चल बल्ले के आगे बेबस सी नजर आ रही थी। शनिवार को दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक कर्नाटक की टीम ने 7 विकेट पर 642 रन का पहाड़ जैसा स्कोर खड़ा कर दिया।
शनिवार को कर्नाटक ने तीन विकेट पर 327 रन से आगे की पारी शुरू की। कल के नाबाद बल्लेबाज देगा निश्चल ने 90 रन के आगे अपनी पारी बढ़ाई और मनीष ने 63 रन से आगे खेलना शुरू किया। निश्चल ने 11 गेंद और खेल करियर का पहला शतक जड़ा। उनका साथ दे रहे मनीष ने अपनी आक्रामक बल्लेबाजी की बदौलत पहले 118 गेंदों पर शतक और फिर 231 गेंदों पर 29 चौके और दो छक्कों की बदौलत दोहरा शतक जड़ा। इसके बाद मनीष का बल्ला और तेज चला मनीष ने ग्रीनपार्क में अपना सर्वश्रेष्ठ स्कोर 238 रन बनाया। अब तक प्रथम श्रेणी क्रिकेट में मनीष का 218 रन का सर्वाधिक स्कोर था। मनीष को इम्तियाज अहमद ने उपेंद्र यादव के हाथों कैच करवाकर आउट किया। मनीष ने निश्चल के साथ मिलकर 521 गेंदों पर 356 रन साझेदारी की। अपने दोहरे शतक की ओर बढ़ रहे निश्चल जब पांच रन दूर थे तब धु्रव प्रताप ने उपेंद्र यादव के हाथों कैच करवाकर पवेलियन भेज दिया। निश्चल ने 23 चौकों की मदद से 425 गेंद पर 195 रन बनाए। निश्चल के करियर का यह दूसरा रणजी मैच था। पहले मैच में निश्चल ने 16 रन बनाए थे। इसके बाद आए बल्लेबाज ज्यादा देर तक नहीं टिक सके। दूसरे दिन के तीसरे सत्र में उप्र को कुछ राहत मिली जब दोहरा शतक बनाने वाले मनीष सहित चार विकेट लेने में उन्हें सफलता मिली। इसके सूत्रधार थे इम्तियाज जिन्होंने तीन विकेट लिए। कर्नाटक के सीएम गौतम 4 और आर विनय कुमार 1 रन बनाकर क्रीज पर डटे रहे।
ग्रीनपार्क का रणजी में सर्वाधिक स्कोर
ग्रीनपार्क में शनिवार को रणजी मैच के दूसरे दिन रणजी में सर्वाधिक स्कोर भी दर्ज हुआ। कर्नाटक की टीम ने दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक 642 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया। इसके पहले वर्ष 2010-11 में ग्रीनपार्क में हुए मैच में कर्नाटक ने 121 ओवर में 4 विकेट के नुकसान पर 537 रन का बड़ा स्कोर बनाया था। यह रिकार्ड भी कर्नाटक और उप्र के बीच बना था।
मेरा तीसरा दोहरा शतक : मनीष
रणजी मुकाबले में ग्रीनपार्क में अपना दोहरा शतक लगाने वाले मनीष पांडेय के करियर का यह तीसरा दोहरा शतक है। मैच के बाद मनीष ने कहा कि विकेट अच्छा था, मैंने सधकर खेला। अंतरराष्ट्रीय मैचों में खेलने का अनुभव काफी काम आया। मुझे खुशी है कर्नाटक की टीम ग्रुप में नंबर वन पर है और मैं उसका सदस्य हूं। देगा निश्चल ने अच्छा खेला। दूसरा मैच होने के कारण वह थोड़ा डरा हुआ था इसलिए धीमा खेल रहा था। उसका बैटिंग टेंपरामेंट कमाल का है।
हर मैच ने कुछ सिखाया
शनिवार को कर्नाटक टीम के तीन विकेट लेेने वाले इम्तियाज ने कहा कि ट्राफी के हर मैच ने काफी कुछ सिखाया। हमें हर मैच में मुश्किल परिस्थितियों में गेंदबाजी करने का अनुभव मिला। कर्नाटक की बल्लेबाजी बहुत अच्छी है। विकेट अच्छा था लेकिन तेज गेंदबाजों को मदद नहीं मिली। मनीष का विकेट लेना काफी अच्छा लगा।