इन चार धुरंधरों ने बदल डाली सोच, क्या किसी ने सोचा था कि ऐसा भी होगा ?
कल रात दूसरी पारी में ये कहानी भी बदली और सोच भी।
(शिवम् अवस्थी), नई दिल्ली। रविवार रात जब बैंगलोर की टीम ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग का फैसला किया तो सबकी नजरें उनके स्पिनर्स पर थीं। वजह थी इडेन की पिच पर स्पिनरों का खास इतिहास। बैंगलोर के तीन स्पिनरों युजवेंद्र चहल (3 विकेट), पवन नेगी (2) और बद्री (1) ने 10 से कुल 6 विकेट हासिल किए लेकिन दूसरी पारी में ये कहानी भी बदली और सोच भी।
- कमेंटेटर का वो बयान और दूसरी पारी में चौतरफा वार
जब बैंगलोर की टीम गेंदबाजी कर रही थी तब इंग्लैंड के तेज गेंदबाज टायमल मिल्स की गेंदों की रफ्तार देखकर सब दंग थे। कई बार उनके कीपर केदार जाधव भी बाउंस देखकर हैरान हो रहे थे। इसी बीच कमेंटेटर ने कहा कि, 'आज टायमल मिल्स भी सोच रहे होंगे कि उनको बचपन से बताया गया कि भारतीय पिचों में रफ्तार नहीं मिलती लेकिन आज अपनी गेंदों को उड़ता देख वो भी दंग होंगे।' मिल्स ने पारी में दो विकेट हासिल किए और एक पारी खत्म हो गई.....लेकिन दूसरी पारी में तो तब हद हो गई जब कोलकाता को अपने धुरंधर स्पिनर सुनील नरेन और चाइनामेन कुलदीप यादव से एक गेंद करवाने की भी जरूरत नहीं पड़ी।
- सारे विकेट इन चारों ने ही ले लिए
बैंगलोर के 10 विकेट 9.3 ओवर में ही गिर गए और इसका पूरा श्रेय जाता है कोलकाता के चार तेज गेंदबाजों को। कप्तान गंभीर ने जब शुरुआती नजारा देखा तो शायद धीरे-धीरे वो भी भूल ही गए कि उनके पास स्पिनर्स भी हैं। आंकड़े कुछ ऐसे थे- नाथन कूल्टर-नाइल (21 रने देकर 3 विकेट), क्रिस वोक्स (6 रन देकर 3 विकेट), कॉलिन डी ग्रैंडहोम (4 रन देकर 3 विकेट) और उमेश यादव (15 रन देकर 1 विकेट)। चारों तेज गेंदबाजों ने ही मैच खत्म कर दिया।
- इडेन गार्डन का इतिहास कुछ और कहता है
अगर कोलकाता के इस प्रतिष्ठित मैदान की बात करें तो वनडे क्रिकेट में यहां सबसे ज्यादा विकेट एक स्पिनर ने ही लिए हैं, यानी अनिल कुंबले (14 विकेट)। टेस्ट क्रिकेट में तो सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में शीर्ष के तीनों गेंदबाज स्पिनर ही रहे, यानी हरभजन सिंह (46 विकेट), अनिल कुंबले (40 विकेट) और बिशन सिंह बेदी (29 विकेट)। हालांकि अंतरराष्ट्रीय टी20 में कहानी थोड़ी जरूर बदली क्योंकि इस प्रारूप में यहां सिर्फ सात ही अंतरराष्ट्रीय मैच हुए और उसमें फिलहाल तेज गेंदबाजों का ही बोलबाला रहा लेकिन काफी पहले से इडेन का मैदान स्पिनरों के लिए एक अच्छा मंच माना जाता रहा है और अब टी20 इस परिभाषा को बदल रहा है।
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