आज ही के दिन भारत ने खेला था अपना पहला वनडे मैच, जानिए क्या कुछ हुआ उस दिन
भारतीय क्रिकेट टीम के लिए इंग्लैंड की जमीन बेहद खास रही है। वहां टीम इंडिया ने कई एतिहासिक पलों को अंजाम दिया है।
नई दिल्ली, [स्पेशल डेस्क]। भारतीय टीम दो बार की वनडे विश्व चैंपियन है, अब तक भारत वनडे क्रिकेट में 917 मुकाबले खेल चुका है, इस स्वर्णिम सफर में वो आज ही का दिन था जब 2002 में भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ वनडे में अपनी सबसे शानदार जीत दर्ज की थी (जब सचिन के युग में...)..लेकिन कम ही लोगोंं को जानकारी होगी कि आज ही के दिन भारत ने अपने क्रिकेट इतिहास का पहले वनडे मैच भी खेला था।
- वो यादगार दिन
2002 में जब आज के दिन भारत ने इंग्लैंड को लॉर्ड्स के मैदान पर हराकर अपनी सबसे यादगार वनडे जीत दर्ज की थी, तो वो भारतीय वनडे इतिहास का 505वां मुकाबला था। बहुत कम फैंस को उस समय ध्यान होगा कि इंसी दिन 1974 में भारत ने वनडे क्रिकेट में अपना पहला कदम रखा था। आज हम बेशक हजार वनडे खेलने की ओर बढ़ रहे हैं लेकिन 1974 की 13 जुुुुलाई यादगार थी और रहेगी। भारत एक ऐसे प्रारूप की ओर कदम बढ़ा चुका था जिसमें उसे व उसके खिलाड़ियों को कई महान रिकॉर्ड दर्ज करने थे। ये शुरुआत इंग्लैंड की जमीन पर ही हुई थी, किसी को क्या पता था कि आगे भारत अपना पहला वर्ल्ड कप (1983) भी इंग्लैंड की जमीन पर जीतेगा और फिर सालों बाद इसी जमीन पर अपनी सबसे यादगार वनडे जीत (2002) भी दर्ज करेगा। टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत 1877 में हुई थी और इस प्रारूप में भारत की शुरुआत 1932 में हुई। जबकि वनडे में इतना इंतजार नहीं करना पड़ा क्योंकि सीमित ओवर क्रिकेट का आगाज 1971 में हुआ था और हमने 1974 में इस प्रारूप में अपना आगाज कर दिया था।
- उस मैच में क्या कुछ हुआ
13 जुलाई 1974 को खेला गया वो वनडे मैच 55-55 ओवर का मुकाबला था। ये भारत-इंग्लैंड के बीच दो वनडे मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला था। मेजबान इंग्लिश टीम 1972 में अपना पहला वनडे मैच जीत चुकी थी और उसे इस फॉर्मेट में दो साल हो चुके थे इसलिए जाहिर तौर पर दबदबा उन्हीं का था। भारत के खिलाफ मुकाबला हेडिंग्ले के मैदान पर खेला जा रहा था और इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग का फैसला किया। कप्तान अजीत वाडेकर की अगुआइ में भारत पहले बल्लेबाजी करने उतरा। सुनील गावस्कर (28) और सुधीर नायक (18) की ओपनिंग जोड़ी 50 रन के अंदर आउट हो गई थी। इसके बाद कप्तान वाडेकर ने मोर्चा संभाला और 82 गेंदों पर 67 रनों की शानदार पारी खेली। इस दौरान विकेटकीपर बल्लेबाज फारुख इंजीनियर (32) ने भी उनका साथ दिया और बाद में बृजेश पटेल ने 78 गेंदों पर 82 रनों की पारी खेलकर टीम के स्कोर को अच्छी उड़ान दे दी। भारत 53.5 ओवर में 265 रन पर सिमट गया लेकिन पहले वनडे मैच के हिसाब से ये एक बेहतरीन स्कोर माना जा रहा था।
- भारत गेंदबाजों का अच्छा आगाज, इंग्लिश बल्लेबाजों का करारा जवाब
भारत ने इंग्लैंड को 266 रनों का लक्ष्य दिया था। इंग्लैंड ने अपना पहला विकेट ओपनर डेनिस अमिस (20) के रूप में 37 के स्कोर पर गंवा दिया और उनको आउट करने वाले एकनाथ सोल्कर भारत की तरफ से पहला वनडे विकेट लेने वाले खिलाड़ी बन गए। भारत की शुरुआत अच्छी लग रही थी लेकिन इसके बाद ओपनर डेविड लॉयड (34), जॉन एडरिच (90), कीथ फ्लेचर (39) और टोनी ग्रेग (40) ने कुछ शानदार पारियां खेलकर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। इंग्लैंड ने 51.1 ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर लक्ष्य हासिल कर लिया और भारत को अपना पहला वनडे मैच 4 विकेट से गंवाना पड़ा। भारत की तरफ से एकनाथ सोल्कर और बिशन सिंह बेदी ने दो-दो विकेट लिए जबकि मदन लाल और श्रीनिवास वेंकटराघवन ने एक-एक विकेट झटका। सीरीज का दूसरा व अंतिम मैच इंग्लैंड ने छह विकेट से जीतकर सीरीज पर 2-0 से कब्जा किया था।
- कब मिली पहली वनडे जीत?
भारतीय क्रिकेट टीम को वनडे क्रिकेट में अपनी पहली जीत हासिल करने के लिए एक साल का इंतजार करना पड़ा था। हालांकि ये जीत बेहद खास रही क्योंकि ये पहली जीत पहले वनडे विश्व कप में मिली थी। दिलचस्प बात ये थी कि भारत ने ये जीत हेडिंग्ले (इंग्लैंड) के उसी मैदान पर हासिल की जिस पर उसने एक साल पहले अपना पहला वनडे मैच खेला था। विश्व कप के उस मैच में भारत का सामना ईस्ट अफ्रीका से था और इस मुकाबले में भारत ने ईस्ट अफ्रीका को 120 रन पर समेटने के बाद बिना कोई विकेट गंवाए 10 विकेट से शानदार जीत दर्ज की थी। भारत की तरफ से गेंदबाजों में मदन लाल (3/15) ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था जबकि बल्लेबाजों में सुनील गावस्कर ने नाबाद 65 रन और फारुख इंजीनियर ने नाबाद 54 रनों की पारी खेलकर भारत को आसानी से जीत तक पहुुंचाया था।
(फोटो साभारः मिड-डे)