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जब वानखेड़े में लगा अंग्रेजी तड़का, बैंक-एटीएम छोड़ स्टेडियम के बाहर लगी लाइन

मुंबई टेस्ट मैच में दर्शकों की संख्या देखकर बीसीसीआइ की बांछें खिल गई हैं...

By Bharat SinghEdited By: Published: Fri, 09 Dec 2016 09:33 AM (IST)Updated: Fri, 09 Dec 2016 09:38 AM (IST)
जब वानखेड़े में लगा अंग्रेजी तड़का, बैंक-एटीएम छोड़ स्टेडियम के बाहर लगी लाइन

मुंबई, अभिषेक त्रिपाठी। राजकोट, विशाखापत्तनम और मोहाली के बाद मुंबई टेस्ट में दर्शकों का सूखा कुछ कम हुआ। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) टेस्ट मैच के दौरान प्रशंसकों को स्टेडियम में खींचने के तमाम उपाय कर रहे हैं। इस क्रम में बीसीसीआइ ने इंदौर, राजकोट, विशाखापत्तनम, रांची, धर्मशाला और पुणो को टेस्ट सेंटर का दर्जा दिया।

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पिछले साल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की सीरीज में दर्शकों का टोटा रहा था, लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन टेस्ट की पिछली सीरीज में दर्शक कानपुर, कोलकाता और इंदौर स्टेडियम में आए। इससे खुश बीसीसीआइ को लगा कि उसकी रणनीति सफल हो रही है। खास तौर से भारत-न्यूजीलैंड सीरीज के इंदौर में हुए तीसरे मुकाबले में तो दर्शकों ने मैदान को लगभग हाउसफुल कर दिया।

वह इंदौर का पहला टेस्ट मैच था और दर्शकों का उत्साह चरम पर था। इसके बाद बोर्ड को लगा कि नए टेस्ट सेंटरों में टेस्ट मैच में भी भीड़ आएगी, लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ चल रही पांच टेस्ट मैचों की वर्तमान सीरीज के शुरुआती तीन मुकाबलों में दर्शकों ने फिर मैदान से मुंह मोड़ लिया।

खास तौर पर अपना पहला टेस्ट मैच आयोजित कर रहे राजकोट और विशाखापत्तनम के लिए ये किसी झटके से कम नहीं रहा। ये दोनों स्टेडियम शहर से बाहर हैं और दर्शकों की कमी के लिए यह भी एक फैक्टर रहा। हालांकि सौराष्ट्र क्रिकेट संघ के मुखिया और पूर्व बीसीसीआइ सचिव निरंजन शाह के साथ बोर्ड के कुछ अधिकारी भी ये कहते नजर आए कि नोटबंदी के कारण राजकोट टेस्ट को देखने के लिए ज्यादा दर्शक नहीं आ पाए।

मोहाली में तो वैसे भी टेस्ट मैचों में दर्शक कम ही आते हैं तो तीसरे टेस्ट में भीड़ नहीं दिखी, लेकिन मुंबई में गुरुवार से शुरू हुए चौथे टेस्ट के पहले ही दिन 32,000 दर्शक क्षमता वाले वानखेड़े स्टेडियम में करीब 15,000 लोगों के पहुंचने से मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) का चेहरा खिल गया। यहां बड़ी संख्या इंग्लैंड से आए प्रशंसकों की थी। सचिन तेंदुलकर स्टैंड तो लगभग इन्हीं दर्शकों से भरा था। एमसीए के एक अधिकारी ने कहा कि हमें उम्मीद है कि शनिवार और रविवार को यह आंकड़ा 25,000 के पार जाएगा जो किसी भी टेस्ट मैच के लिए बहुत बेहतर दर्शक संख्या है। राजकोट में आखिरी तीन दिनों के लिए टिकट के रेट कम करने, विशाखापत्तनम में आखिरी दिन कुछ स्टैंड की एंट्री फ्री करने और मोहाली में टिकट रेट काफी कम होने के बावजूद दर्शकों की संख्या में विशेष इजाफा नहीं हुआ था।

गुरुवार को वानखेड़े स्टेडियम के गेट सुबह 7:30 बजे खोल दिए गए थे और नौ बजे तक कई गेटों पर लंबी लाइन दिखाई दे रही थी। एटीएम और बैंकों की जगह स्टेडियम में टेस्ट देखने के लिए लाइन लगी देखना सभी के लिए सुकून देने वाला था। दर्शकों का अपना-अपना अंदाज मैदान में इंग्लिश दर्शकों की संख्या यादा थी। दोपहर होते-होते यहां का पारा 32 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया और इसके बाद अधिकतर मेहमान दर्शकों ने अपनी टीशर्ट उतार दी। कोलिन ब्लूमफील्ड चार्ली चैपलिन बनकर अपनी टीम का उत्साहवर्धन करने आए थे। इंग्लैंड के ब्लूमफील्ड ने कहा कि मैं पहले भी कई बार भारत आया, लेकिन यहां टेस्ट मैच नहीं देख सका। यहां का शानदार माहौल है।

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