कोलंबो टेस्ट से पहले अब भारतीय टीम के सामने आ गई है सबसे बड़ी दुविधा
पहले टेस्ट में भारत की श्रीलंका पर विशाल जीत ने अगले मैच की टीम चयन के लिए कप्तान विराट कोहली का सिरदर्द बढ़ा दिया है।
गॉल। पहले टेस्ट में भारत की श्रीलंका पर विशाल जीत ने अगले मैच की टीम चयन के लिए कप्तान विराट कोहली का सिरदर्द बढ़ा दिया है। पहले टेस्ट में भारत ने शुरू से ही अपना दबदबा बनाए रखा और एक दिन बाकी रहते हुए 304 रन से जीत हासिल की। मेहमान टीम के शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया। पहली पारी में शिखर धवन ने 190 रन बनाए, जबकि दूसरी पारी में उनके साथी सलामी जोड़ीदार अभिनव मुकुंद ने तेजी के साथ 81 रन की पारी खेली। पहली पारी में नंबर तीन पर बल्लेबाजी करते हुए चेतेश्वर पुजारा ने भी शानदार 153 रन बनाए, जबकि वहीं, नंबर चार बल्लेबाज के रूप में कोहली ने दूसरी पारी में नाबाद 103 रन बनाए।
फ्लू की वजह से नहीं खेले थे राहुल
शीर्ष क्रम के इन चार बल्लेबाजों की सफलता ने हालांकि गुरुवार से कोलंबो में शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट मैच से पहले कोहली और कोच रवि शास्त्री को दुविधा में डाल दिया है। नियमित सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल फ्लू के चलते गॉल में नहीं खेल सके थे, लेकिन दूसरे टेस्ट मैच में उनके उपलब्ध रहने की उम्मीद जताई जा रही है, जिसका मतलब किसी एक को बाहर होना पड़ेगा। कोहली ने स्वीकार किया, 'हां, यह बेहद पेचीदा स्थिति है। हमारे सभी चारों शीर्ष बल्लेबाज अच्छी फॉर्म में हैं। शिखर को मेलबर्न जाना था, लेकिन अब उन्होंने गॉल में 190 रन जड़ दिए। इसलिए जीवन में कुछ भी हो सकता है। यह एक बड़ा सिरदर्द है, लेकिन ऐसा मुझे अच्छा लगता है। आप जानते हो, आखिरकार लोग समझते हैं कि सिर्फ दो सलामी बल्लेबाजों को मैदान पर उतारा जा सकता है और ज्यादातर दो या तीन सलामी बल्लेबाज टीम में शामिल होते हैं। कोहली पहले से ही किसी को चुनने के लिए चिंतित नहीं हैं और उन्होंने उम्मीद जताई कि जो भी खेलने से चूकेगा, वह ज्यादा निराश नहीं होगा। कप्तान ने कहा, 'आखिरकार हमें फैसला करना होगा कि अगले टेस्ट में कौन खेलेगा और मुझे विश्वास है कि तीसरा सलामी बल्लेबाज इस बात को समझेगा कि जो भी फैसला लिया गया है वह टीम द्वारा लिया गया है।
किस्मत ने बना रखी थी अलग योजना
धवन को सीरीज के पहले टेस्ट के लिए अंतिम समय में चोटिल मुरली विजय की जगह शामिल किया गया था, लेकिन उन्होंने अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ 190 रन की पारी खेलकर अपने लिए मौके की काफी संभावना बना दी। धवन ने कहा, 'मेरी योजना मेलबर्न जाकर अपने परिवार के साथ कुछ समय बिताने, अभ्यास करने और वनडे सीरीज के लिए फिट होने की थी। मैं वास्तव में हांगकांग में छुट्टियां बिता रहा था और वहां से मैंने विमान पकड़ा और भारत लौटकर टीम के साथ जुड़ गया। यह मेरी योजना थी और मुझे लगता है कि किस्मत ने मेरी लिए कुछ अलग ही योजना बना रखी थी।
गेंदबाजों से भी खुश कोहली
कोहली गेंदबाजों के प्रदर्शन से भी खुश थे, खासतौर से रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा से। गॉल की पिच बल्लेबाजों के मुफीद थी, जहां भारत ने 600 और तीन विकेट पर 240 के स्कोर बनाए, लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने घरेलू टीम को दो बार 300 रनों से कम पर आउट किया। कोहली ने कहा, 'हम इस तरह की परिस्थितियों को भुनाने में सक्षम हैं और वास्तव में हमने विरोधी टीम पर काफी दबाव बनाया। मैं कहना चाहूंगा कि हमने वास्तव में अपनी योजनाओं को अच्छे से क्रियांवित किया और विरोधियों को लगातार गलतियां करने पर मजबूर किया।