कमाल मुस्तफा के बयान को आइसीसी ने बताया निराधार
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) के अध्यक्ष मुस्तफा कमाल ने आरोप लगाकर सनसनी फैला दी कि भारत को विश्व कप में जिताने के लिए षडयंत्र किया जा रहा है। भारत-बांग्लादेश मैच के दौरान अंपायरिंग का स्तर बहुत खराब था और किसी मैच में इतनी ज्यादा मानवीय भूल (12 फैसले) नहीं हो
मेलबर्न। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) के अध्यक्ष मुस्तफा कमाल ने आरोप लगाकर सनसनी फैला दी कि भारत को विश्व कप में जिताने के लिए षडयंत्र किया जा रहा है। भारत-बांग्लादेश मैच के दौरान अंपायरिंग का स्तर बहुत खराब था और किसी मैच में इतनी ज्यादा मानवीय भूल (12 फैसले) नहीं हो सकती है। आइसीसी ने मुस्तफा के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।
कमाल द्वारा अंपायरों की निष्पक्षता पर सवाल उठाए जाने के बाद आइसीसी ने कहा है कि अपना बयान देने से पहले मुस्तफा को सोचना चाहिए था। अंपायरों की निष्पक्षता पर सवाल नहीं उठाया जा सकता। यह कमाल का निजी बयान है।
बांग्लादेश की हार का दोष अंपायरों पर लगाने के बाद कमाल ने आइसीसी के अध्यक्ष पद से इस्तीफे की धमकी दी थी। कमाल बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के भी अध्यक्ष हैं। कमाल ने कहा कि था कि इस मुद्दे को आइसीसी की बैठक में उठाएंगे।
बांग्लादेश के मुस्तफा कमाल ने कहा कि उन्होंने इस मामले की शिकायत आइसीसी के सीईओ से की है और वे अगली मुलाकात में इस मामले में को आईसीसी चेयरमैन एन. श्रीनिवासन से करेंगे। उन्होंने कहा- भारत-बांग्लादेश मैच के दौरान मेलबर्न स्टेडियम की विशाल स्क्रीन पर 'जितेगा इंडिया' किस तरह लिखा हुआ दिखाया जा रहा था, जबकि स्क्रीन पर स्वामित्व आईसीसी का होता है और किसी एक टीम के पक्ष में इस तरह कैसे दिखाया जा सकता है।
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बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) के पूर्व अध्यक्ष मुस्तफा ने कहा कि वे सीधे यह नहीं कह रहे है कि अंपायरिंग पक्षपातपूर्ण थी, लेकिन किसी एक मैच में इतने ज्यादा गलत निर्णय कैसे हो सकते हैं। अंपायरों से मानवीय भूल हो सकती है, लेकिन इतने ज्यादा फैसले एक ही मैच में कैसे गलत हो सकते है, इससे साजिश की बू आ रही है। एक ही मैच में 10-12 गलत फैसले कैसे हो सकते हैं।
साभारः नई दुनिया
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