मुख्य कोच नहीं बनाए जाने के बाद नाराज हुए रवि शास्त्री
बीसीसीआइ द्वारा टीम इंडिया के चीफ कोच के पद के लिए नजरअंदाज किए जाने से पूर्व निदेशक रवि शास्त्री निराश है।
क्लेटन मुर्जेलो, मुंबई। बीसीसीआइ द्वारा टीम इंडिया के चीफ कोच के पद के लिए नजरअंदाज किए जाने से पूर्व निदेशक रवि शास्त्री निराश है। बीसीसीइ टीम निदेशक के रूप में शास्त्री के कार्यकाल को नजरअंदाज कर पूर्व कप्तान अनिल कुंबले को भारतीय टीम का चीफ कोच नियुक्त किया।
चीफ कोच नहीं बनाए जाने के बारे में पूछने पर शास्त्री ने कहा, हां, मैं निराश हूं। मैंने पिछले 18 महीनों में टीम निदेशक के रूप में कड़ी मेहनत की और टीम ने अच्छे परिणाम दिए। इसके बावजूद यह जिम्मेदारी नहीं सौंपे जाने पर मैं अवश्य निराश हूं। लेकिन यदि सिर्फ एक साल का कार्यकाल ही दिया गया है तो मुझे ज्यादा दुख नहीं है। अब मेरे लिए आगे बढ़ने का समय आ गया है। मेरे लिए युवा और उत्साही टीम के साथ यह अच्छा अनुभव रहा।'
शास्त्री ने जिस तरह टीम इंडिया की कप्तानी में प्रभावित किया था, उसी तरह उन्होंने टीम निदेशक के रूप में प्रभावित किया। 2014 में उनके द्वारा यह प्रभार संभालने के बाद भारत ने सशक्त इंग्लैंड को वन-डे सीरीज में हराया। उन्होंने 2015 विश्व कप में टीम को लगातार सात जीत दर्ज करने के लिए प्रेरित किया, इसके बाद टीम सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हारी। श्रीलंका में दशकों बाद सीरीज जीत और अपने घर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ धमाकेदार जीत मिली। इस वर्ष टी-20 विश्व कप सेमीफाइनल में मिली हार के पहले टीम लगभग अपराजित रही। वैसे द. अफ्रीका के खिलाफ वन-डे सीरीज में हार मिली थी।
शास्त्री अब पुन: कमेंट्री के बारे में सोचेंगे। यह कार्य उनके लिए काफी आसान होगा। उनके द्वारा दिए गए कार्यों में टीम निदेशक का काम सबसे कठिन था।