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अगर ऐसा ही चलता रहा, तो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से खत्म हो जाएगी ऑस्ट्रेलिया की टीम

क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया अगर खिलाड़ी के साथ अनुबंध के विवाद को नहीं सुलझाता तो हो सकता है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से ऑस्ट्रेलिया की टीम ही खत्म हो जाए।

By Pradeep SehgalEdited By: Published: Wed, 24 May 2017 03:16 PM (IST)Updated: Thu, 25 May 2017 09:25 AM (IST)
अगर ऐसा ही चलता रहा, तो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से खत्म हो जाएगी ऑस्ट्रेलिया की टीम

नई दिल्ली, जेएनएन। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम टीम ने काफी समय तक वर्ल्ड क्रिकेट पर राज किया। वर्ल्ड क्रिकेट में ऑस्ट्रेलियाई टीम एकलौती ऐसी टीम है जिसने लगातार तीन बार वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया। हालांकि कुल मिलाकर कंगारुओं की सेना पांच बार विश्व विजेता बन चुकी है, लेकिन अब ऐसा लगता है कि अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में ये वर्ल्ड चैंपियन टीम खत्म होने वाली है। क्योंकि इस चैंपियन टीम के चैंपियन खिलाड़ियों ने अपने बोर्ड को ही धमकी दे दी है।

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क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को खिलाड़ियों ने दी वॉर्निंग

ऑस्ट्रेलिया क्रिकेटर्स एसोसिएशन (एसीए) ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) को चेतवानी देते हुए कहा है मौजूदा विवाद के चलते उसने ऐसा माहौल बना दिया है कि उसके खिलाड़ी दूसरे देशों में होने वाली टी-20 टूर्नामेंट में हिस्सा ले सकते हैं। वेबसाइट क्रिकइंफो के मुताबिक, खिलाड़ियों और सीए के बीच मौजूदा अनुबंध 30 जून को समाप्त हो रहा है। साथ ही नए अनुबंध को लेकर दोनों के बीच विवाद चल रहा है।

क्या है विवाद?

खिलाड़ी इस बात पर अडिग हैं कि मौजूदा अनुबंध को बरकरार रखा जाए जिसमें उन्हें सीए की आय का एक तय हिस्सा मिलता है। वहीं बोर्ड इस अनुबंध को बदलने के मूड में है। कुछ दिनों पहले डेविड वॉर्नर ने कहा था कि अगर सीए अपने रूख में बदलाव नहीं करता है तो आने वाले ग्रीष्मकालीन सत्र में वह बिना टीम के होगा। ऑस्ट्रेलिया को इसी साल के अंत में इंग्लैंड के साथ एशेज श्रृंखला भी खेलनी है।

ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी बन सकते हैं फ्रीलांस क्रिकेटर

ऑस्ट्रेलियाई मीडिया में ऐसी खबरें हैं कि अगर आने वाले सत्र में विवाद जारी रहता है तो इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका आने वाली अपनी टी-20 लीग के लिए ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को शामिल करने के लिए जोर लगा सकते हैं। इस पर एसीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एलेस्टर निकोलसन ने कहा है कि इस तरह की खबरें आश्चर्य की बात नहीं है।

निकोलसन ने कहा, ‘ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को धमकाना अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बोर्ड की कमी को उजागर करता है। समय बदल चुका है। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट जगत की वित्तीय सच्चाई यह है कि हमारे खिलाड़ियों की मांग पूरे विश्व में है’।

उन्होंने कहा, ‘सीए उन्हें बेरोजगार करके अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट जगत को उन्हें आमंत्रित करने का मौका दे रहा है। यह बड़ी गलती है। आस्ट्रेलियाई खिलाड़ी चाहे वह महिला हों या पुरुष, हर कोई ऑस्ट्रेलिया के लिए खेलना चाहता है। लेकिन जब आप उन्हें धमकाते हैं तो आप उन्हें नए क्रिकेट जगत में जाने के लिए मजबूर करते हैं’।

उन्होंने कहा, ‘देश के शीर्ष खिलाड़ी घरेलू खिलाड़ियों, महिला खिलाड़ियों और जमीनी स्तर के खिलाड़ियों के लिए लड़ रहे हैं। वह कुछ अलग नहीं मांग रहे। जो है उसे ही बनाए रखने की मांग कर रहे हैं। खिलाड़ी अपने लिए 22.5 प्रतिशत आय का हिस्सा मांग रहे हैं और इतना ही जमीनी स्तर के खिलाड़ियों के लिए मांग रहे हैं। सीए के पास इसके बाद भी 55 प्रतिशत हिस्सा रहेगा’।

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