एसजीएम में उठ सकता है अनिल कुंबले का मुद्दा
एसजीएम में अनिल कुंबले का मुख्य कोच के पद से इस्तीफा देने का मुद्दा उठ सकता है।
मुंबई, प्रेट्र। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) की सोमवार को होने वाली विशेष आम सभा (एसजीएम) में अनिल कुंबले का मुख्य कोच के पद से इस्तीफा देने का मुद्दा उठ सकता है। हालांकि, इस एसजीएम का मुख्य एजेंडा 'एक राज्य एक मत' और पांच सदस्यीय चयन समिति की बहाली होगी।
कुंबले का मुद्दा हालांकि इस एसजीएम का एजेंडा नहीं है, लेकिन सदस्यों द्वारा इसे उठाए जाने की संभावना है। एक राज्य इकाई के अधिकारी ने कहा, 'सदस्य इसमें कार्यकारी सचिव अमिताभ चौधरी और मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी से पूछ सकते हैं कि किन परिस्थितियों ने कुंबले को मुख्य कोच के पद से इस्तीफा देने के लिए बाध्य किया। इसका एजेंडा में होना हमेशा जरूरी नहीं है। कुछ मुद्दे बैठक के अध्यक्ष की अनुमति से उठाए जा सकते हैं।
राज्य इकाइयों ने रविवार को दो बैच में सीओए से मुलाकात की। लोढ़ा समिति की सिफारिशों से संबंधित मुद्दों पर एक बार फिर चर्चा की गई। पता चला है कि सभी राज्य इकाइयों का 'एक राज्य एक मत' के मुद्दे पर समान रुख है। उम्मीद है कि यह फैसला किया जाएगा कि नए सदस्यों को तो शामिल किया जाना चाहिए। इसके अलावा मुंबई, विदर्भ, सौराष्ट्र और बड़ौदा भी अपने मत देने का अधिकार नहीं गंवाएं।
अन्य मुद्दों में पांच सदस्यीय चयन समिति की बहाली शामिल है, क्योंकि घरेलू मैचों पर नजर रखना तीन सदस्यों के लिए मुश्किल होगा। जतिन परांजपे और गगन खोड़ा को टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलने की वजह से समिति से हटा दिया गया था। एक और मुद्दा 'तीन साल का कूलिंग ऑफ पीरियड' है। यदि इसे लागू किया जाता है तो बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) के अध्यक्ष सौरव गांगुली को ब्रेक लेने के लिए जाना पड़ेगा।
कुछ सदस्यों जैसे बीसीसीआइ के पूर्व अध्यक्ष एन श्रीनिवासन और सचिव निरंजन शाह के लिए 70 साल की उम्र की पाबंदी एक मुद्दा है। हालांकि, श्रीनिवासन सीओए के साथ पहले बैच की बैठक के दौरान मौजूद थे। अधिकारी ने कहा, 'सीओए प्रमुख विनोद राय ने हमें बताया कि बीसीसीआइ में जनरल बॉडी ही सर्वोच्च है और उन्हें उम्मीद है कि एसजीएम में सही कदम उठाए जाएंगे। श्रीनिवासन भी मौजूद थे, लेकिन उन्होंने सिर्फ चर्चा सुनी। श्रीनिवासन ने कहा कि यदि उन्हें अपने विचार रखने होंगे तो वह ऐसा उचित मंच पर ही करेंगे।