चौतरफा आलोचना झेल रहे श्रीलंका के कप्तान एंजेलो मैथ्यूज़ ने दिया इस्तीफा
ज़िंबाब्वे के खिलाफ वनडे सीरीज़ हारने के बाद श्रीलंकाई टीम की चौतरफा आलोचना हो रही थी और अब इसके बाद श्रीलंकाई कप्तान एंजेलों मैथ्यूज़ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
कोलंबो, एएफपी : अपने से निचली रैंकिंग की टीम जिंबाब्वे से एक दिन पहले 2-3 से वनडे सीरीज हारने के बाद श्रीलंका के कप्तान एंजेलो मैथ्यूज ने क्रिकेट के तीनों प्रारूपों से इस्तीफा दे दिया है। 30 वर्षीय मैथ्यूज की जगह टेस्ट टीम की कप्तानी विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश चांडीमल और वनडे व टी20 टीम की बागडोर बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज उपुल थरंगा को सौंपी गई है।
जिंबाब्वे के सुर्यावेवा में पांचवें और अंतिम एकदिवसीय मैच में मेजबान टीम की तीन विकेट से हार के मैथ्यूज ने संकेत दिया था कि वह चयनकर्ताओं के साथ अपने भविष्य की चर्चा करेंगे। जिंबाब्वे से मिली हार के बाद श्रीलंकाई टीम की काफी आलोचना हो रही थी।
श्रीलंका के एक स्थानीय अखबार ने लिखा, ‘श्रीलंकाई क्रिकेट अपने सबसे निचले पायदान पर पहुंच गया है। अब 11वीं रैंकिंग के जिंबाब्वे ने उन्हें हरा दिया। उनके पास जो बहाने हैं उनसे हम आश्चर्य में हैं।’ इस हार पर स्थानीय डेली मिरर ने ‘कलंक’ शीर्षक दिया, जबकि एक अन्य अखबार ने कहा कि श्रीलंका का क्रिकेट ‘निराशा के गर्त में’ है। वहीं, श्रीलंका के कप्तान एंजेलो मैथ्यूज ने माना है कि यह हार उन्हें सदमा पहुंचाने वाली है और उनके 187 वनडे मैचों के करियर के दौरान उनकी टीम अपने सबसे निचले स्तर पर थी। मैथ्यूज ने कहा, ‘यह आंख मूंदकर कड़वी दवा पीने जैसा है।
हाल ही में, इंग्लैंड में हुए चैंपियंस ट्रॉफी में टीम के खराब प्रदर्शन के बाद हेड कोच ग्राहम फोर्ड ने भी अपना पद छोड़ दिया था, जिसके बाद टीम के क्षेत्ररक्षण कोच निक पॉट्स को जिम्बाब्वे श्रृंखला के लिए कोच नियुक्त किया गया था।
मैथ्यूज ने 34 टेस्ट में श्रीलंका की कप्तानी की, जिसमें टीम को 13 में जीत मिली और 15 में हार। एकदिवसीय मैचों में, उन्होंने 47 जीत दर्ज की और 46 में हार गए जबकि टी -20 में उन्होंने चार जीत दर्ज की और सात में हारे। मैथ्यूज की कप्तानी में ही श्रीलंका ने पिछले साल टेस्ट सीरीज में ऑस्ट्रेलिया को 3-0 से हराया था।
एंजेलो मैथ्यूज ने श्रीलंका अंडर -19 टीम और श्रीलंका 'ए' टीम का भी नेतृत्व किया है। 2013 में महेला जयवर्धने के इस्तीफे के बाद 25 वर्ष की उम्र में मैथ्यूज श्रीलंका के सबसे कम उम्र के टेस्ट कप्तान बने थे। टेस्ट में कप्तान नियुक्त होने से पहले, मैथ्यूज ने एकदिवसीय और टी 20 में श्रीलंका का नेतृत्व किया था।