स्मिथ की शतकीय पारी से बढ़ेगा पुणे का मनोबल
बल्लेबाजी के दौरान स्टीवन स्मिथ का उत्साह देखने लायक होता है। हालांकि फ्रंटलाइन बल्लेबाज बनने से पहले उन्होंने अपना क्रिकेट करियर लेग स्पिनर के तौर पर शुरू किया था। ये वो दौर था जब कोई नहीं जानता था कि स्मिथ का करियर कितना आगे जाएगा। यहां तक की 2011 में
(रवि शास्त्री कॉलम)
बल्लेबाजी के दौरान स्टीवन स्मिथ का उत्साह देखने लायक होता है। हालांकि फ्रंटलाइन बल्लेबाज बनने से पहले उन्होंने अपना क्रिकेट करियर लेग स्पिनर के तौर पर शुरू किया था। ये वो दौर था जब कोई नहीं जानता था कि स्मिथ का करियर कितना आगे जाएगा। यहां तक की 2011 में हुई आइपीएल नीलामी में उन्हें किसी भी फ्रेंचाइजी ने नहीं खरीदा। न्यू साउथ वेल्स के इस खिलाड़ी को लेकर उनकी राष्ट्रीय टीम ऑस्ट्रेलिया ने भी दिलचस्पी नहीं दिखाई।
2013 में भारत दौरे पर आई ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहले दो टेस्ट मैचों के लिए स्मिथ को मौका नहीं दिया। लेकिन इसके बाद स्मिथ का समय लौटा और आज दुनिया क्रिकेट के सभी फॉर्मेट में इनकी बल्लेबाजी कौशल को देख रही है। शुक्रवार को गुजरात लायंस के खिलाफ पुणे की ओर से शतक लगाकर स्मिथ ने आइपीएल में रोमांच पैदा कर दिया है। दोनों पैरों को फैलाकर यॉर्कर गेंद को विकेट के पीछे फ्लिक करके स्मिथ ने एक नए क्रिकेट शॉट से हमारा परिचय भी कराया। उन्होंने बेखौफ होकर बल्लेबाजी की और खूब बाउंड्री लगाई।
एमएस धौनी के साथ उनकी साझेदारी दर्शनीय थी। आइपीएल के सिवा भला और कहां दुनिया की दो दिग्गज टीमों के कप्तानों को एक साथ खेलते हुए देखने का मौका मिलेगा। स्मिथ और धौनी एक दूसरे का उत्साह बढ़ाते हुए बल्लेबाजी कर रहे थे। चैंपियंस को हारना कभी पसंद नहीं होता। लायंस के खिलाफ भले ही पुणे को शिकस्त मिली। लेकिन स्मिथ की बेखौफ शतकीय पारी पुणे को जीत के ट्रैक पर लाने में मदद करेगी। आइपीएल-9 में पुणे का अभियान खतरे में है। लेकिन आने वाले दिनों में वो जरूर पलटवार करेगी। ये टीम आसानी से हार नहीं मानने वाली।