टेस्ट से ही होती है असली क्रिकेटर की पहचान
पाकिस्तान ने ब्रिसबेन टेस्ट में जिस तरह से संघर्ष किया, टेस्ट क्रिकेट को लोकप्रियता के लिए इसी की दरकार है।
(गावस्कर का कॉलम)
पाकिस्तान ने ब्रिसबेन टेस्ट में जिस तरह से संघर्ष किया, टेस्ट क्रिकेट को लोकप्रियता के लिए इसी की दरकार है। इस मैच ने दिखा दिया कि कैसे आखिरी दो दिन पाकिस्तानी टीम के पक्ष में किस्मत ने पलटी खाई। पाक ने टेस्ट क्रिकेट की सबसे शानदार जीत को लगभग हासिल कर ही लिया था। हां यह बात अलग है कि इस मैच में इंग्लैंड शामिल नहीं था, इसलिए सबसे महान टेस्ट मैच करार नहीं दिया गया। वैसे भी किसी भी चीज के महान होने की पहली शर्त इंग्लैंड टीम का शामिल होना है। खैर छोडि़ए, इस मैच ने दिखा दिया कि टेस्ट क्रिकेट में भी बहुत सारे रंग होते हैं। इसी वजह से इसी प्रारूप से असली क्रिकेटर की पहचान होती है। यही एक ऐसा प्रारूप है, जिसमें गेंदबाज 20 विकेट लेने की कोशिश करता है। जबकि अन्य प्रारूपों में तो वह रन बचाने की कोशिश में ही लगा रहता है। अगर ऐसे में विकेट मिल जाए तो बोनस। अगर मिशेल स्टार्क की खतरनाक बाउंसर से शतक बनाने वाले असद शफीक गली में कैच नहीं देते, तो पाक लक्ष्य हासिल कर ही लेता। नंबर छह पर शफीक का यह नौवां शतक था। इस पोजीशन पर उनसे ज्यादा शतक किसी ने नहीं लगाए हैं। सदाबहार मिस्बाह-उल-हक और यूनुस खान के अभी भी अच्छा प्रदर्शन करने की वजह से उन्हें बल्लेबाजी क्रम में ऊपर आने के लिए अभी और इंतजार करना होगा।
चेन्नई में इंग्लिश टीम जिस तरह से धराशायी हुई, वह पूरी तरह से हैरान करने वाला नहीं था। लेकिन इंग्लिश समर्थकों के लिए यह झटका था, क्योंकि चाय तक ऐसा लग रहा था कि वे मैच ड्रॉ करा लेंगे। मोइन अली और बेन स्टोक्स अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे। जैसा क्रिकेट में अक्सर होता है कि एक विकेट गिरने के बाद लाइन लग जाती है, ठीक वैसा ही इंग्लिश टीम के साथ भी हुआ। मोइन ने गैर जरूरी शॉट खेला और अश्विन ने सही समय पर जंप लगाकर कैच लपक किया। इसके बाद रवींद्र जडेजा ने बल्लेबाजों के इर्द-गिर्द स्पिन का जाल बुना और टेस्ट क्रिकेट में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। इससे पहले वह टेस्ट क्रिकेट की सर्वश्रेष्ठ कैच में से एक लपक चुके थे। उन्होंने सझदारी से बल्लेबाजी भी करते हुए तिहरा शतक बनाने वाले करुण नायर का साथ दिया। पिछले कुछ सीजन में नायर रणजी ट्रॉफी में ढेरों रन बना चुके हैं और यही अनुभव टेस्ट क्रिकेट में उन्हें अपना पहला तिहरा शतक बनाने में काम आया। 2014 में इंग्लैंड के हाथों पांच टेस्ट हारने के बाद भारत की 4-0 की जीत संतोषजनक है। तिहरे शतक के लिए नायर इस हफ्ते के सीएट इंटरनेशनल क्रिकेटर ऑफ द वीक चुने जाते हैं।