सूखे का राष्ट्रीय समाधान ढूंढने की जरूरत
हाईकोर्ट ने आइपीएल के सभी मैच महाराष्ट्र से बाहर कराने का फैसला सुना दिया है। ऐसे में आइपीएल के असली हीरो की भूमिका सामने आती है। ये लोग दिखते नहीं हैं और क्रिकेट सेंटर की चौथी मंजिल पर बैठते हैं। यहीं पर पूरा कार्यक्रम तय होता है, पूरी तैयारियां होती
(गावस्कर का कॉलम)
हाईकोर्ट ने आइपीएल के सभी मैच महाराष्ट्र से बाहर कराने का फैसला सुना दिया है। ऐसे में आइपीएल के असली हीरो की भूमिका सामने आती है। ये लोग दिखते नहीं हैं और क्रिकेट सेंटर की चौथी मंजिल पर बैठते हैं। यहीं पर पूरा कार्यक्रम तय होता है, पूरी तैयारियां होती हैं, स्पांसर जुटाए जाते हैं और भी बाकी सभी चीजें यहीं पर तय होती हैं। आइपीएल के मैचों को नए स्थान पर कराने का फैसला उन लोगों के लिए बुरे सपने से कम नहीं होता, जिन्हें सभी इंतजाम करने पड़ते हैं। लेकिन ये लोग इस काम में सक्षम हैं। मैचों के लिए नया मंच तैयार कर ये लोग फिर से परदे के पीछे चले जाएंगे।
इसी तरह से टीवी में भी होता है। ब्रॉडकास्ट का चेहरा कमेंटेटर होते हैं, लेकिन प्रोडक्शन रूम के लोग, प्रोड्यूसर, निर्देशक, कैमरामैन, विजन मिक्सर, साउंड इंजीनियर, केबलिंग को देखने वाले लोग और ऐसे बहुत से लोगों की वजह से प्रसारण संभव हो पाता है। यह बहुत ही मुश्किल काम होता है और मैच की आखिरी गेंद और समापन समारोह के साथ यह खत्म नहीं होता। देर रात तक उन्हें सारे तारों का तामझाम समेटना पड़ता है। ये असली हीरो हैं, इनके बिना हमें उच्च क्वालिटी का मैच देखने को नहीं मिल सकता। नए मैदान को स्थापित करना आसान काम नहीं होगा, लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि ये लोग अपने काम में चैंपियन हैं।
सूखे की स्थिति और किसानों की परेशानी देश की पहली प्राथमिकता है। मैं पहले भी कह चुका हूं कि उनकी जान बचाने के लिए जो भी बन पड़े, हमें करना चाहिए। हालांकि बीसीसीआइ ने गारंटी दी थी कि वह सीवर के पानी का इस्तेमाल करेगी और फ्रेंचाइजी भी इस समस्या से निपटने के लिए अपना योगदान देंगी, ऐसे में यह फैसला थोड़ा कड़ा लगता है। खासतौर से इसलिए यह फैसला कड़ा लगता है, क्योंकि बहुत सी अन्य इंडस्ट्री अपनी जरूरत का पानी आसानी से हासिल कर रही हैं। उन पर किसी तरह का प्रतिबंध नहीं लगाया गया है। इस संकट का राष्ट्रीय समाधान निकाले जाने की जरूरत है।
इस बीच दिल्ली और पंजाब दोनों ही टीमें शुक्रवार रात के मुकाबले में जीत दर्ज कर अपने अंकों के सूखे को खत्म करना चाहेंगी।