भारत की बढ़त श्रीलंका के लिए कुछ ज्यादा ही साबित हुई
दिमुथ करुणारत्ने और कुशल मेंडिस की शानदार बल्लेबाजी की वजह से भारत को जीत के लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ा।
(गावस्कर का कॉलम)
आखिर में प्रतिबद्ध श्रीलंकाई टीम के लिए भारत की बढ़त कुछ ज्यादा ही साबित हुई। सीरीज में लगातार दूसरी बार भारत ने 600 रनों से ज्यादा का स्कोर खड़ा किया। पहली पारी में 183 रनों पर आउट होने के बाद श्रीलंका ने दूसरी पारी में दो साझेदारी के बूते सर्वश्रेष्ठ करने की कोशिश की, लेकिन उन्हें पता था कि वे सिर्फ परिणाम को कुछ समय के लिए टाल सकते हैं और मैच बचाने के लिए उन्हें मौसम की मदद की जरूरत होगी।
दिमुथ करुणारत्ने और कुशल मेंडिस की शानदार बल्लेबाजी की वजह से भारत को जीत के लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ा। करुणारत्ने बायें हाथ के बल्लेबाज हैं, जो पारंपरिक तरीके से खेलने के अलावा अलग तरीके से रन बनाने से भी घबराते नहीं हैं। पिछले साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 176 रनों की पारी के बाद मेंडिस के बारे में काफी बातें होने लगी हैं। भारत के खिलाफ उनके शतक की चमक भी किसी मायने में कम नहीं है। उनकी पारी के दौरान हमें कुछ खूबसूरत स्वीप शॉट देखने को मिले। करुणारत्ने भी आक्रामक खेल से नहीं डरते हैं, लेकिन मेंडिस ने अपने शॉट से गेंदबाजों को शॉर्ट गेंद करने पर मजबूर कर दिया। इससे उन्होंने कट और पुल से काफी रन बटोरे। मेंडिस के विकेट के बाद करुणारत्ने और मैथ्यूज के बीच एक अच्छी साझेदारी हुई, लेकिन यह इतनी बड़ी नहीं थी, जिससे भारतीय खेमे में चिंता होती।
जडेजा ने अपनी बेहतरीन गेंदबाजी से आखिरकार राउंड द विकेट आते हुए करुणारत्ने को भी पवेलियन भेजा और उछालभरी गेंद पर उनका विकेट लिया। अगर बायें हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ वह पहले ही राउंड द विकेट गेंदबाजी करते तो भारत काफी पहले ही मैच जीत जाता। खासतौर से टेस्ट क्रिकेट में गेंदबाजी करते वक्त आपको अलग करने के लिए तैयार रहना चाहिए और भारत ने ऐसा करने में काफी लंबा समय लिया।
एक बार फिर यह एक बेहतरीन टीम प्रयास रहा। यह टीम ज्यादा से ज्यादा जीत हासिल करते हुए बेहतरीन दिख रही है। खास बात यह है कि यह हर परिस्थिति और अलग-अलग विपक्षी टीमों के खिलाफ जीत दर्ज कर रही है।