इंग्लैंड को हल्के में लेना होगी भूल
भारत को मेहमान टीम को हल्के में नहीं लेना चाहिए।
(गावस्कर का कॉलम)
राजकोट में इंग्लैंड के खिलाफ शुरू हो रही टेस्ट सीरीज में भारत दावेदार के रूप में शुरुआत करेगा। भारत की न्यूजीलैंड के खिलाफ तीनों टेस्ट मैचों में जीत और इंग्लैंड को बांग्लादेश से मिली हार से टीम इंडिया का पलड़ा भारी हो गया है। मैं पहले भी कह चुका हूं कि भारत को मेहमान टीम को हल्के में नहीं लेना चाहिए। कीवी टीम के पास कप्तान केन विलियमसन के रूप में सिर्फ एक विश्वस्तरीय बल्लेबाज था। टॉम लाथम ने भी अच्छी बल्लेबाजी की, लेकिन बाकी बल्लेबाजों ने हथियार डाल दिए।
इंग्लैंड की बल्लेबाजी अच्छी है। ढाका में जो हुआ, उससे ज्यादा फर्क नहीं पड़ता। सबसे पहले उनके कप्तान एलिस्टेयर कुक लाथम की तरह ही खब्बू बल्लेबाज हैं। हम बरसों से देखते आए हैं कि बायें हाथ के बल्लेबाज हमेशा भारतीय स्पिनरों को परेशान करते आए हैं। पिछली बार इंग्लैंड टीम जब भारत आई थी, तो कुक ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया था। उनके तीन शतकों की बदौलत ही इंग्लैंड ने पहला टेस्ट मैच हारने के बाद भी जबरदस्त वापसी की थी। उनकी टीम में जो रूट भी हैं, जो विश्व क्रिकेट के शीर्ष बल्लेबाजों में से एक हैं। पिछले दौरे पर रूट ने पदार्पण किया था और तुरंत उन्होंने अपनी क्लास भी दिखा दी थी। इतने साल के अनुभव के बाद उनके खेल में और निखार आया है। कोहली की तरह उन्हें भी चुनौती स्वीकार है। पिछले कुछ साल से इंग्लैंड को कुक का जोड़ीदार ढूंढने में मुश्किलें आई हैं। इसका भारत को फायदा उठाना चाहिए।
इंग्लैंड की बल्लेबाजी में गहराई है, इसलिए अगर भारत शुरुआती विकेट लेकर आराम करने की सोचेगा, तो उन्हें झटका लग सकता है। मोइन अली भी अच्छे बल्लेबाज साबित हो रहे हैं। हालांकि बेन स्टोक्स ऐसे बल्लेबाज हैं, जो इंग्लैंड के लिए अहम साबित हो सकते हैं। इसके बाद स्टुअर्ट ब्रॉड हैं, जो अपना 100वां टेस्ट मैच खेलने वाले हैं। यह अपने आप में बड़ी उपलब्धि है। वह गेंद और बल्ले दोनों से खतरनाक साबित हो सकते हैं और 100वें टेस्ट को वह निश्चित तौर पर खास बनाना चाहेंगे।
भारतीय टीम का चयन उनकी सीरीज की योजना तय करेगा। यह देखना होगा कि वे पांच गेंदबाजों या करुण नायर समेत छह बल्लेबाजों के साथ उतरते हैं? करुण एक उपयोगी स्पिनर भी हैं। राजकोट में रवींद्र जडेजा का घर है और यहां की सूखी पिच पर स्पिनरों को पहले ही दिन से मदद मिल सकती है। यह जडेजा और अश्विन के लिए अच्छी बात है। यह एक रोमांचक जंग साबित होनी चाहिए। उम्मीद है कि कुक टॉस जीतने के लिए भी अभ्यास कर रहे होंगे, क्योंकि यह अहम भूमिका निभाएगा। न्यूजीलैंड के खिलाफ हम देख ही चुके हैं।