डेविड वार्नर हैं हैदराबाद के कवच
राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स मंगलवार को विशाखापत्तनम में सनराइजर्स हैदराबाद से मुकाबला करेगी। पुणे के लिए ये मैच मधुमक्खी के छत्ते में हाथ डालने जैसा होगा। दो दिन पहले ही मुंबई इंडियंस को इसी मैदान पर करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था। हैदराबाद टीम पूरे लय में है। टीम के
(शास्त्री का कॉलम)
राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स मंगलवार को विशाखापत्तनम में सनराइजर्स हैदराबाद से मुकाबला करेगी। पुणे के लिए ये मैच मधुमक्खी के छत्ते में हाथ डालने जैसा होगा। दो दिन पहले ही मुंबई इंडियंस को इसी मैदान पर करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था। हैदराबाद टीम पूरे लय में है। टीम के सभी खिलाड़ी एकत्र होकर पूरी धमक के साथ आगे बढ़ रहे हैं। इनकी जीत विरोधी टीम को डंक की तरह चुभ रही है।
आक्रामक मधुमक्खियों के झुंड की तरह ये टीम हमला बोल रही है। डेविड वार्नर इस टीम के लिए रक्षा कवच साबित हो रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया का ये खिलाड़ी क्रिकेट को लेकर इन दिनों काफी गंभीर है। पहले बल्लेबाजी और अब कप्तानी को लेकर उनका नजरिया काफी सकारात्मक है।
ये वार्नर की काबिलियत ही थी कि वह प्रथम श्रेणी मैच खेलने से पहले ऑस्ट्रेलिया की राष्ट्रीय टीम की ओर से खेले थे। उन्होंने टेस्ट टीम से अपनी जगह रनों के सूखे की वजह से नहीं, बल्कि बार में लड़ाई की वजह से गंवाई। हालांकि इस खिलाड़ी ने खुद को सुधारा और जबरदस्त वापसी की। आज वह उतने ही खतरनाक है जितने की कभी मैथ्यू हेडन व वीरेंद्र सहवाग हुआ करते थे। मौजूदा आइपीएल में किसी भी बल्लेबाज का स्ट्राइक रेट वार्नर से बेहतर नहीं है। बाउंड्री लगाने के मामले में वह सबसे आगे हैं यहां तक की कोहली भी उनसे पीछे हैं।
आज के वार्नर को आक्रामकता पर भरोसा है। वार्नर सभी जिम्मेदारी को बखूबी निभा रहे हैं इससे शिखर धवन को खुलकर खेलने का मौका मिल रहा है। ये वो टीम है जो विपक्षी पर पूरी तरह से हावी होना चाहती है। हैदराबाद के खिलाफ टीमें हमेशा दबाव में होती हैं। ऐसा हो भी क्यों न जब सभी खिलाड़ी हमलावर हों तो विरोधियों के पास रक्षात्मक होने के अलावा अन्य कोई विकल्प नहीं है।