'ऑस्ट्रेलिया को भारत में तोड़ना होगा दूसरी पारी का तिलिस्म'
ऑस्ट्रेलिया को पहले टेस्ट मैच में काफी अच्छा खेलना होगा नहीं तो वे फिसलते चले जाएंगे। साथ ही उन्हें दूसरी पारी में भी अच्छी बल्लेबाजी करनी होगी।
(हर्षा भोगले का कॉलम)
आमतौर पर सीरीज से पहले होने वाली बातों पर मैं ज्यादा ध्यान नहीं देता हूं, क्योंकि वे या तो ज्यादा बढ़ा-चढ़ाकर की गई होती हैं या फिर एकतरफा रिपोर्टिंग की वजह से विश्वास करने लायक नहीं होतीं। मगर इस सीरीज से पहले कुछ अजीब सा घट रहा है, जिसने मुझे उलझन में डाल दिया है।
बरसों से ऑस्ट्रेलियाई टीम के आगमन पर उनकी तारीफ में कसीदे पढ़े जाने लगते हैं। मगर आश्चर्यजनक बात यह है कि अब तक मैंने जो कुछ भी पढ़ा है उसमें उनके सामने आने वाली मुश्किलों की बात है, घरेलू धरती पर ताकतवर भारतीय टीम की तारीफें हैं। बताया जा रहा है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए यह दौरा सबसे चुनौतीपूर्ण है।
यह सही है कि भारतीय किला इस समय अभेद दिख रहा है। हां, यह भारतीय टीम 2013 की तुलना में ज्यादा बेहतर है। हां, यह भी सही है कि कागजों पर मजबूत दिखने वाली इंग्लिश टीम को भारत ने बहुत आसानी से हरा दिया। वो भी ऐसी पिच पर जिसे लेकर किसी ने शिकायत नहीं की। हो सकता है कि यह लालच दिया जा रहा हो, लेकिन सच्चाई यह है कि ऑस्ट्रेलिया को पहले टेस्ट मैच में काफी अच्छा खेलना होगा नहीं तो वे फिसलते चले जाएंगे। साथ ही उन्हें दूसरी पारी में भी अच्छी बल्लेबाजी करनी होगी।
अब वो जमाना नहीं रहा जब कोई टीम 400 रन बनाकर यह सुनिश्चित कर लेती थी कि उनकी टीम हारेगी नहीं। उन्हें पता होना चाहिए कि इंग्लैंड पहली पारियों में 400 और 477 रन बनाने के बावजूद मैच हारा था। उनका मुकाबला प्रतिस्पर्धी भारतीय टीम से है। भारत का कप्तान महत्वकांक्षी तो है, लेकिन अति आत्मविश्वास का शिकार नहीं है और उनकी टीम में कई खिलाड़ी बहुत मजबूत हैं। कुछ बोलकर यह दिखा देते हैं, तो कुछ सिर्फ अपनी आंखों और अपने काम से दिखाते हैं। उनके पास एक ऐसा कोच है, जो ड्रेसिंग रूम में जरा सी भी लापरवाही नहीं आने देगा।
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इस टीम में ऐसे खिलाड़ी और कोच हैं, जिनकी निगाहें भविष्य पर हैं और जो खुद को साबित करना चाहते हैं। इस भारतीय टीम को भारत में हराने के लिए सिर्फ प्रतिभावान होने से काम नहीं चलेगा, आपको काफी मजबूत भी होना होगा। ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए उन्हें आगमन पर सुनने वाले शब्दों पर ही विश्वास नहीं करना होगा।
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(पीएमजी)