आइपीएल में खेलने का लाभ मिलेगा कंगारुओं को
भारतीय बल्लेबाजों की मिशेल स्टार्क के सामने कड़ी परीक्षा होगी, जो भारतीय पिचों पर कहर बरपाने के लिए तैयार हैं।
(रवि शास्त्री का कॉलम)
भारत दौरे पर आई आस्ट्रेलियाई टीम के काफी खिलाड़ी यहां के हालात से अच्छी तरह परिचित हैं। डेविड वार्नर, स्टीव स्मिथ और मार्श बंधु, शॉन और मिशेल इसका सबसे बड़ा उदाहरण हैं। ये हर गर्मियों में क्रिकेट कार्निवाल में खेलने के लिए भारत को लगातार नापते रहते हैं, जिसे हम आइपीएल कहते हैं। जाहिर है इसका उन्हें लाभ मिलेगा। हालात से वाकिफ कंगारुओं को यह तय करना है कि नंबर पांच पर पीटर हैंड्सकांब खेलने आएंगे या कोई और। साथ ही उन्हें सलामी बल्लेबाजी के लिए वार्नर के साथी के तौर पर उस्मान ख्वाजा और मैट रेनशॉ के बीच में से किसी एक को चुनना होगा।
भारतीय बल्लेबाजों की मिशेल स्टार्क के सामने कड़ी परीक्षा होगी, जो भारतीय पिचों पर कहर बरपाने के लिए तैयार हैं। उनका साथ देने के लिए स्पिनर नाथन लियोन होंगे, जो अपना दिन होने पर बेहद खतरनाक साबित हो सकते हैं। इनके अलावा जोश हेजलवुड के खिलाफ भी मेजबान बल्लेबाजों को सतर्कता बरतनी होगी। मुझे लगता है कि ऑस्ट्रेलिया की योजना टीम इंडिया को उसी तरह अस्थिर करने की होगी, जैसे भारी बारिश फौजी टुकड़ी को रुकने पर मजबूर कर देती है।
अगर विराट की सेना अपनी लय में होगी तो उनके लिए स्कोर बोर्ड पर 500 या उससे ज्यादा रन टांगना मुश्किल नहीं होगा। उसके बाद अश्विन-जडेजा और रिवर्स स्विंग मेहमान टीम को छिन्न-भिन्न करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। निश्चित तौर टीम इंडिया दावेदार के तौर पर अपनी शुरुआत करेगी। आखिर ऐसा हो भी क्यों नहीं। उनका कप्तान दोहरे शतक जमाने में माहिर होता जा रहा है। ये ऐसी टीम है, जिसका हर खिलाड़ी इतिहास रचने में सक्षम है साथ ही जोखिम लेने में भी पीछे नहीं है। वैसे भी भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया से मुकाबला करना पसंद है, क्योंकि जब दोनों आमने-सामने होते हैं तो मुकाबले का स्तर बढ़ जाता है। इस सीरीज में रणनीतिक लड़ाई के अलावा इसकी भी परीक्षा होगी कि कौन सी टीम प्रतिकूल परिस्थितियों में खुद पर काबू रख पाती है।
(टीसीएम)