भारत के शीर्ष बल्लेबाजी क्रम की चिंता हुई खत्म, 7 सालों बाद हुआ कुछ ऐसा कमाल
अब सात साल बाद कुछ ऐसा हुआ है कि टीम इंडिया और उसके प्रशंसक राहत की सांस ले सकते हैं।
By Bharat SinghEdited By: Published: Sat, 18 Mar 2017 01:35 PM (IST)Updated: Sat, 18 Mar 2017 09:29 PM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। टेस्ट मैचों में नंबर एक पर मौजूद भारतीय टीम अपने शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों की फॉर्म से जूझती रही है। इसकी एक वजह तो शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों का चोटिल होना है तो दूसरा उनकी फॉर्म भी देखने को नहीं मिली है। हालांकि, अब सात साल बाद कुछ ऐसा हुआ है कि टीम इंडिया और उसके प्रशंसक राहत की सांस ले सकते हैं।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच रांची में खेले जा रहे टेस्ट मैच में भारत को मुरली विजय और लोकेश राहुल ने अच्छी शुरुआत दिलाई। इसके बाद तीसरे नंबर पर उतरे चेतेश्वर पुजारा ने भी अच्छा खेल दिखाया। इन तीनों ने करीब सात साल बाद एक रिकॉर्ड बनाया। हालांकि, यह रिकॉर्ड दुनिया की नंबर एक टीम के लिए शर्म का सबब भी हो सकता है।
2010 के बाद पहली बार भारत के तीन शीर्ष बल्लेबाजों ने एक ही पारी में अर्धशतक लगाने का काम किया है। इससे पहले ऐसा 2010 में न्यूजीलैंड के खिलाफ नागपुर टेस्ट में हुआ था। 2006 से 2010 की बात करें तो इस दौरान आठ ऐसे मौके आए थे जब तीन शीर्ष भारतीय बल्लेबाजों ने एक ही पारी में अर्धशतक बनाए हों।
रांची टेस्ट में ओपनर लोकेश राहुल ने 67 और मुरली विजय ने 82 रन बनाए। चेतेश्वर पुजारा अपने शतक के करीब पहुंच चुके हैं और खबर लिखे जाने तक नाबाद 95 रन बना चुके हैं।
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उम्मीद की जानी चाहिए कि भारत के शीर्ष क्रम के बल्लेबाज टीम में अपना स्थान और अपनी अच्छी फॉर्म जारी रखेंगे।
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