बनना चाहते थे बल्लेबाज, बन गए गेंदबाज और अब टीम इंडिया में
अपनी गजब की प्रतिभा के दम पर बेहद कम समय में पंजाब के दाएं हाथ के मीडियम पेसर गेंदबाज संदीप शर्मा ने भारतीय क्रिकेट टीम में अपनी जगह बना ली है। 22 वर्ष के संदीप को टीम इंडिया में जिम्बाब्वे दौरे के लिए चुना गया है। फर्स्ट क्लास क्रिकेट हो
नई दिल्ली, संजय सावर्ण। अपनी गजब की प्रतिभा के दम पर बेहद कम समय में पंजाब के दाएं हाथ के मीडियम पेसर गेंदबाज संदीप शर्मा ने भारतीय क्रिकेट टीम में अपनी जगह बना ली है। 22 वर्ष के संदीप को टीम इंडिया में जिम्बाब्वे दौरे के लिए चुना गया है। फर्स्ट क्लास क्रिकेट हो या टी-20 क्रिकेट अपनी बेहतरीन गेंदबाजी से उन्होंने हमेशा ही प्रभावित किया और इसी का परिणाम है कि वो जल्द ही नीली जर्सी में नजर आएंगे। फर्स्ट क्लास क्रिकेट और टी-20 में धूम मचाने के बाद अब इंटरनेशनल क्रिकेट में धूम मचाने के लिए संदीप पूरी तरह से तैयार हैं।
फर्स्ट क्लास क्रिकेट में संदीप
वर्ष 2011 में फर्स्ट क्लास क्रिकेट में अपने करियर की शुरुआत करने वाले संदीप ने अब तक सिर्फ 27 मैच खेले हैं और इसमें उन्होंने 111 विकेट लिए। 25 रन देकर 7 विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा। इन मैचों में उनका इकॉनमी रेट 2.74 का रहा।
टी-20 क्रिकेट में संदीप का प्रदर्शन
संदीप ने अब तक 43 टी-20 मैच खेले हैं जिनमें उनके नाम 54 विकेट है। इस प्रारूप में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है 25 रन देकर चार विकेट। आइपीएल में वो फिलहाल किंग्स इलेवन पंजाब की तरफ से खेल रहे हैं।
कौन हैं संदीप ?
संदीप शर्मा दाएं हाथ के मीडियम पेसर गेंदबाज हैं जो गेंद को स्विंग कराने की क्षमता रखते हैं। उनकी सबसे बड़ी खासियत ये है कि वो ज्यादा रन नहीं लुटाते। संदीप वर्ष 2010 में न्यूजीलैंड में खेले गए अंडर-19 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम का हिस्सा रहे थे। दो वर्ष बाद एक बार फिर ऑस्ट्रेलिया में खेले गए अंडर-19 वर्ल्ड कप का वो हिस्सा बने और फाइनल में मेजबान टीम के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करते हुए उन्होंने चार विकेट लिए। इस अंडर-19 वर्ल्ड कप में दो भारतीय गेंदबाजों ने सबसे ज्यादा 12 विकेट लिए जिनमें से एक संदीप थे।
बल्लेबाज से बने गेंदबाज
संदीप जब पटियाला में अपने स्कूल में क्रिकेट खेलते थे तब उनकी दिलचस्पी बल्लेबाजी में थी और वो एक बल्लेबाज बनना चाहते थे लेकिन उनके कोच ने उन्हें गेंदबाजी करने की सलाह दी। उनके कोच ने कहा कि वो गेंदबाजी पर संजीदगी से ध्यान दें। संदीप ने ऐसा ही किया और परिणाम सबके सामने है।