पाकिस्तान के फाइनल में पहुंचने के बाद, अब ये तो तय हो गया
चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास में ये पहला मौका है जब पाकिस्तान की टीम इस टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाने में सफल हुई है।
नई दिल्ली, प्रदीप सहगल। चैंपियंस ट्रॉफी के पहले सेमीफाइनल में पाकिस्तान ने इंग्लैंड को 8 विकेट से हराकर शान से फाइनल का टिकट हासिल कर लिया। चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास में ये पहला मौका है जब पाकिस्तान की टीम इस टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाने में सफल हुई है। इसके साथ ही साथ इस टूर्नामेंट में ऐसा भी पहली बार ही हुआ था जब पाकिस्तान और इंग्लैंड की टीमें आमने-सामने हुई हों। इस अहम मैच में पाक की टीम ने इंग्लैंड को रौंदकर इतिहास रच दिया।
एशिया में ही रहेगी चैंपियंस ट्रॉफी
पाकिस्तान की इस जीत के साथ ही एक और बात तय हो गई है और वो ये कि इस बार भी चैंपियंस ट्रॉफी एशिया में ही रहेगी। दूसरा सेमीफाइनल बांग्लादेश और भारत की टीम के बीच है और ये दोनों ही टीमें एशिया की हैं। तो ऐसे में अब ये फर्क नहीं पड़ता कि इन दोनों में से कौन से टीम फाइनल में पहुंचती है। क्योंकि जीत भले ही किसी भी टीम की हो ट्रॉफी तो एशिया में ही रहेगी। आपको बता दे कि भारतीय टीम इस टूर्नामेंट की डिफेंडिंग चैंपियन है।
1999 के बाद पहली बार पाक ने किया ये काम
19 साल के चैंपियंस ट्रॉफी इतिहास में पाकिस्तान पहली बार फाइनल में पहुंचा है। चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचते ही पाकिस्तान की टीम ने पिछले 16 साल से चले आ रहे सूखे को खत्म कर दिया है। 16 सालों में ये पहला मौका है जब पाक की टीम आइसीसी के किसी 50 ओवर के टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची है। आखिरी बार पाकिस्तान की टीम 1999 विश्व कप फाइनल खेली थी, तब के बाद से अब तक वो दोबारा आइसीसी के 50 ओवर टूर्नामेंट के फाइनल में नहीं पहुंच पाई थी। हालांकि पाक की टीम ने 1992 विश्व कप भी अपने नाम किया था।