मैदान पर लौटा ये भारतीय दिग्गज खिलाड़ी, आते ही दिखा दिया जलवा
विजय हज़ारे ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में शमी ने मैदान पर लौटते ही अपना जलवा दिखाया और बाबा अपराजित का विकेट भी चटका दिया।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय तेज गेंदबाज मुहम्मद शमी बंगाल की ओर से सोमवार को फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में खेले जा रहे विजय हजारे ट्रॉफी के खिताबी मुकाबले में तमिलनाडु के खिलाफ खेलने उतरे। शमी ने लीग स्टेज में बंगाल की तरफ से एक मैच खेला था और फिट घोषित किये जाने के बाद वह फाइनल में खेल रहे हैं। इस फाइनल मुकाबले में शमी ने मैदान पर लौटते ही अपना जलवा दिखाया और बाबा अपराजित का विकेट भी चटका दिया।
बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) के एक अधिकारी ने इसकी पुष्टि की। फाइनल मैच के दौरान राष्ट्रीय चयन समिति के अध्यक्ष एमएसके प्रसाद, सरनदीप सिंह और देवांग गांधी यहां आएंगे और शमी की फिटनेस पर नजर रखेंगे। इसके बाद शमी के इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) और देवधर ट्रॉफी में खेलने पर फैसला लिया जाएगा।
हालांकि इस मुकाबले में आत्मविश्वास से भरी तमिलनाडु की टीम खिताब की प्रबल दावेदार होगी। तमिलनाडु में सीमित ओवरों के कई अनुभवी विशेषज्ञ शामिल हैं।
कप्तान मनोज तिवारी की अगुआई वाली बंगाल और तमिलनाडु दोनों टीमों ने सीमित ओवर के प्रारूप में अपनी काबिलियत साबित की है और लगातार 2008-09 और 2009-10 सत्र में लगातार फाइनल खेले हैं। दोनों मौकों पर तमिलनाडु ने आसानी से जीत दर्ज की थी, जिसमें अभिनव मुकुंद और मुरली विजय के शतक शामिल थे। कागज पर तमिलनाडु की टीम बेहतर है, जिसमें दिनेश कार्तिक किसी भी दिन मैच विजेता हो सकते हैं। कार्तिक ने कहा, ‘बंगाल की टीम शानदार है और मैं यह नहीं मानूंगा कि तमिलनाडु की टीम प्रबल दावेदार है। सबसे अच्छी बात है कि हमारे पास ऐसे खिलाड़ी मौजूद हैं, जिन्होंने पूरे टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया है।’
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बंगाल के कप्तान मनोज तिवारी ने कहा, ‘तमिलनाडु की टीम सीमित ओवरों में बेहतर है। साथ ही फिरोजशाह कोटला की पिच चेन्नई के जैसी ही है, इसलिए वे परिस्थितियों से वाकिफ हैं। इस मैदान पर हमारी भी अछी यादें हैं, हमने 2012 में इस मैदान पर ट्रॉफी जीती थी, जब सौरव गांगुली टीम में थे।
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