आइपीएल में पहली बार हुआ ऐसा, जब क्रिकेट फैंस ने देखा ये नज़ारा
मुंबई इंडियंस और पुणे सुपरजाएंट के बीच खेले गए मुकाबले में वो हो गया जो आइपीएल के इतिहास में पहले कभी भी नहीं हुआ था।
नई दिल्ली, प्रदीप सहगल। आइपीएल के इतिहास में आज कुछ ऐसा हो गया, जो आज से पहले तक कभी भी नहीं हुआ था। मुंबई इंडियंस और पुणे सुपर जाएंट के खिलाफ खेले जा रहे फाइनल मुकाबले में वो हो गया, जो आइपीएल के पिछले 10 सालों के इतिहास में कभी भी नहीं हुआ था। मुंबई की टीम ने पुणे को 01 रन से हराकर तीसरी बार आइपीएल का खिताब अपने नाम कर लिया, लेकिन इस मैच में पूरी दुनिया ने कुछ ऐसा भी देखा जो उन्होने पहले कभी नहीं देखा था।
पहली बार फैन्स ने देखा ये नज़ारा
आइपीएल के इतिहास में आज महेंद्र सिंह धौनी इस टूर्नामेंट में सबसे ज़्यादा फाइनल खेलने वाले खिलाड़ी बन गए। धौनी और रैना दोनों ने ही ने आज से पहले तक 6-6 आइपीएल फाइनल खेले थे। लेकिन आज मैदान पर उतरते ही धौनी गुजरात लायंस के कप्तान सुरेश रैना को पीछे छोड़कर आगे निकल गए। इसके साथ ही साथ आइपीएल के इतिहास में ये पहला मौका रहा जब धौनी एक कप्तान के तौर पर नहीं बल्कि एक खिलाड़ी के तौर पर आइपीएल का फाइनल मुकाबला खेलेने के लिए उतरे। इससे पहले के सभी आइपीएल फाइनल माही ने बतौर कप्तान ही खेलें थे।
कोई नहीं है धौनी की टक्कर में
पुणे सुपर जाएंट के लिए खेलने से पहले धौनी चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान थे और उन्होंने अपने नेतृत्व में चेन्नई की टीम को 6 बार आइपीएल के फाइनल में पहुंचाया। चेन्नई सुपर किंग्स की टीम ने साल 2008, 2010, 2011, 2012, 2013 और 2015 में खिताब के लिए फाइनल फाइट की। हालांकि चेन्नई की टीम 2 ही बार आइपीएल की ट्रॉफी उठाने में कामयाब हुई थी। चेन्नई की टीम ने इस खिताब को लगातार 2 बार जीता था। धौनी ने 2010 और 2011 में इस खिताब को जीतकर लगातार दो बार इस टूर्नामेंट को जीतने का रिकॉर्ड बनाया था। धौनी के अलावा कोई भी कप्तान इस उपलब्धि को अभी तक नहीं दोहरा पाया है।
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