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धौनी के लिए विश्व कप जीतना नहीं, ये है जीवन का सबसे खास पल

2015 में धौनी आगरा स्थित भारतीय सेना के पैरा रेजिमेंट से पैरा जंप लगाने वाले पहले स्पोर्ट्स पर्सन बने।

By Pradeep SehgalEdited By: Published: Wed, 20 Sep 2017 04:30 PM (IST)Updated: Thu, 21 Sep 2017 12:15 PM (IST)
धौनी के लिए विश्व कप जीतना नहीं, ये है जीवन का सबसे खास पल
धौनी के लिए विश्व कप जीतना नहीं, ये है जीवन का सबसे खास पल

नई दिल्ली, [जागरण स्पेशल]। बीसीसीआइ ने महेंद्र सिंह धौनी के नाम की सिफारिश पद्म भूषण के लिए की है। पद्म भूषण देश का तीसरा सबसे बड़ा सम्मान है और क्रिकेट जगत में धौनी की उपलब्धियां भी कम नहीं हैं। धौनी एकमात्र ऐसे क्रिकेटर है जिनका नाम बीसीसीआइ ने इस अवॉर्ड के लिए प्रस्तावित किया है। इसके साथ ही वो दुनिया के अकेले ऐसे कप्तान भी हैं जिन्होंने, आइसीसी की सभी ट्रॉफी जीती हैं। लेकिन क्रिकेट के अलावा भी धौनी को काफी चीज़ों का शौक है। तो चलिए आज हम बताते हैं कि धौनी को क्रिकेट के अलावा और क्या-क्या करना पसंद है।

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बाइक्स के शौकीन हैं माही

जिस रफ्तार से धौनी बल्लेबाज़ों को स्टंप आउट करते हैं और फिर बल्लेबाज़ी करते हुए गेंद को मैदान के बाहर पहुंचाना पसंद करते हैं उसी से पता चल जाता है कि उन्हें रफ्तार का कितना शौक है। धौनी की बाइक्स के प्रति दिवानगी जगजाहिर है। धौनी को मोटर रेसिंग से भी ख़ासा लगाव रहा है। उन्होंने मोटररेसिंग में माही रेसिंग टीम के नाम से एक टीम भी खरीदी हुई है। उन्हें बाइक्स से बेहद प्यार है। उनके पास कावासाकी निंजा H2, डुकाटी 1098, कॉन्फेडरेट X132 हैलकेट, Harley Davidson Fatboy, Ninja ZX-14R, यामाहा RD-350, बीएसए गोल्डस्टार तथा यामाहा थंडरकैट मौजूद हैं।

वहीं धौनी की कारों के जखीरे में प्रमुख रूप से Hummer H2, GMC Sierra, Mitsubishi Pajero SFX और Land Rover Freelander 2 हैं।

धौनी के लिए इस पल की अहमियत थी खास

माही का नाम दुनिया के सफलतम कप्तानों में शुमार किया जाता है और उनकी सफलता में चार चांद लगाता है उनका भारत की टेरिटोरियल आर्मी में ऑनररी लेफ़्टिनेंट कर्नल का पद। धौनी कई बार ये कह चुके हैं कि भारतीय सेना में शामिल होना उनके बचपन का सपना था। इसलिए अक्सर खाली वक्त में वो इंडियन आर्मी के साथ वक्त बिताते हैं। एक इंटरव्यू में खुद धौनी ने कहा था कि ‘मेरे जीवन में सबसे ज़्यादा गर्व करने वाला क्षण वो था जब टेरिटोरियल आर्मी की पिपिंग सेरेमनी के दौरान मेरा रैंक पिन-अप किया गया था।’ इसका सीधा मतलब ये निकलता है कि धोनी के जीवन में वर्ल्ड कप जीतने से भी ज्य़ादा महत्व टेरिटोरियल आर्मी के पैराशूट रेजिमेंट का लेफ्टिनेंट कर्नल बनना है।

 

जब धौनी ने 15 हज़ार फीट से लगाई थी छलांग

2015 में धौनी आगरा स्थित भारतीय सेना के पैरा रेजिमेंट से पैरा जंप लगाने वाले पहले स्पोर्ट्स पर्सन बने। उन्होंने पैरा ट्रूपर ट्रेनिंग स्कूल से ट्रेनिंग लेने के बाद करीब 15,000 फ़ीट की ऊंचाई से पांच छलांगें लगाई्ं, जिनमें एक छलांग रात में लगाई गई थी।

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