तो वेस्टइंडीज की तरह खत्म हो जाएगी विश्व विजयी ऑस्ट्रेलिया की टीम?
वेस्टइंडीज के बाद ऑस्ट्रेलिया की टीम टूटने का मौका...
नई दिल्ली, भारत सिंह। ऑस्ट्रेलिया की क्रिकेट टीम के अहम सदस्य डेविड वॉर्नर ने अपने क्रिकेट बोर्ड को संकेत दिए हैं कि अगर खिलाड़ियों के वेतन का विवाद जल्द न सुलझाया गया तो कई खिलाड़ी एशेज श्रंखला से किनारा कर लेंगे। एशेज श्रंखला न केवल ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की बल्कि दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित क्रिकेट श्रंखला मानी जाती है। दुनिया भर के क्रिकेट प्रेमियों को इस श्रंखला का इंतजार रहता है। आगामी पांच टेस्ट मैचों की एशेज श्रंखला नवंबर 2017 से जनवरी 2018 के बीच ऑस्ट्रेलिया में खेली जाएगी।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने अपने अनुबंधित खिलाड़ियों से कहा है कि अगर वे बोर्ड के वेतन प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करते हैं तो उन्हें 30 जून के बाद भुगतान नहीं किया जाएगा। सीए और खिलाड़ियों के बीच तनाव उस समय और बढ़ गया जब बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जेम्स सदरलैंड ने कड़े ई-मेल में खिलाड़ियों से इस पेशकश को स्वीकार करने को कहा।
वेतन मामला है विवाद की जड़
आपको बता दें कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया का अपने देश के खिलाड़ियों के संघ के साथ वेतन करार को लेकर विवाद चल रहा है। वॉर्नर ने कहा है कि अगर यह विवाद जल्द न सुलझा तो उनके देश के क्रिकेटर एशेज खेलने के बजाए दुनिया भर की टी 20 क्रिकेट लीग में खेलने लग जाएंगे। फिलहाल वॉर्नर समेत कई ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी आइपीएल में खेल रहे हैं।
खूब हैं कंगारू खिलाड़ियों की मांग
ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों की विश्व क्रिकेट लीग्स में काफी मांग है। भारत में आइपीएल के अलावा, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, पाकिस्तान जैसे कई देशों में टी 20 लीग खेली जाती हैं। अब आइपीएल की तर्ज पर दक्षिण अफ्रीका में भी ग्लोबल टी 20 लीग की शुरुआत होने वाली है। ऐसे में दुनिया भर के क्रिकेटरों के पास इन लीग्स में खेलने के तमाम मौके हैं।
वेस्टइंडीज से हुई थी शुरुआत
वेस्टइंडीज का क्रिकेट बोर्ड कई सालों से अपने खिलाड़ियों के साथ वेतन विवाद नहीं सुलझा सका है। इसका खामियाजा उसके देश के क्रिकेट को गंभीर रूप से भुगतना पड़ा है। आपको याद होगा कि 2014 में वेस्टइंडीज की टीम भारत का दौरा बीच में छोड़कर चली गई थी। यह इसी वेतन विवाद की वजह से हुआ था। कभी वेस्टइंडीज की टीम की दुनिया में तूती बोलती थी, लेकिन खराब प्रशासकों की वजह से इस टीम पर अगले विश्व कप के लिए क्वालीफायर खेलने का खतरा मंडरा रहा है। इस बार आइसीसी चैंपियनशिप ट्रॉफी ( जून 2017) में वेस्टइंडीज नहीं खेलेगी। यही हाल मौजूदा समय में दुनिया की सबसे ताकतवर क्रिकेट टीम ऑस्ट्रेलिया के साथ भी हो सकता है।
इसलिए बेजोड़ है ऑस्ट्रेलिया की टीम
ऑस्ट्रेलिया की टीम वनडे और टेस्ट मैचों की बादशाह रही है। ऑस्ट्रेलिया की क्रिकेट टीम ने सबसे ज्यादा पांच बार विश्व कप अपने नाम किया है। भारत और वेस्टइंडीज की टीमें दो-दो बार ऐसा कर सकी हैं। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया की टीम के पास सबसे ज्यादा, छह सालों से ज्यादा समय तक नंबर वन टेस्ट टीम बने रहने का दर्जा है। यह रिकॉर्ड उसने 2003 से 2009 के बीच बनाया था। वैसे टेस्ट मैचों में रैंकिंग 2003 से ही लागू की गई थी, वरना ऑस्ट्रेलिया की टीम 2000 से ही नंबर 1 थी। इस मामले में दूसरे नंबर पर भारत और दक्षिण अफ्रीका की टीमें हैं, जो करीब 2-2 साल तक नंबर 1 रही हैं।
फ्रीलांसर क्रिकेटर हैं गेल-ब्रावो
अब वेस्टइंडीज के क्रिस गेल और ड्वेन ब्रावो जैसे धुरंधर खिलाड़ी अपने देश से खेलने के बजाए दुनिया भर की टी 20 लीग में खेलते हैं और खूब पैसे कमाते हैं। गेल और ब्रावो के अलावा इंग्लैंड के केविन पीटरसन भी फ्रीलांसर क्रिकेटर हैं। इन्हें तमाम देशों से खेलने के ऑफर मिलते रहते हैं। इन्होंने क्रिकेटरों के सामने नया रास्ता खोला है। अगर ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों का अपने क्रिकेट बोर्ड से विवाद नहीं सुलझा तो उन्होंने भी ऐसे ही फ्रीलांसर क्रिकेटर बनने की धमकी दी है।
भारत में भी उठ रहे हैं बगावत के सुर
वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया की देखादेखी भारतीय क्रिकेट में भी बगावत के सुर उठ रहे हैं। टीम इंडिया के नए कप्तान विराट कोहली ने इस मामले को कई बार बीसीसीआइ के सामने उठाया है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित सीओए ने टीम इंडिया के हेड कोच अनिल कुंबले को भरोसा दिलाया है कि इस मामले को जल्द सुलझा लिया जाएगा। उम्मीद की जानी चाहिए कि भारत में यह लड़ाई वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के स्तर तक नहीं पहुंचेगी।