अच्छी है भारत की ये हार, अब टीम इंडिया करेगी पलटवार, फिर दोहराया जाएगा इतिहास?
भारतीय टीम की सीरीज़ में वापसी के ये कयास लगाए जा रहे हैं। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि टीम इंडिया पहले भी सीरीज़ का पहला मैच हारकर सीरीज़ जीत चुकी है।
नई दिल्ली, प्रदीप सहगल। टीम इंडिया पुणे में भले ही पहला मैच 333 रन से हार गई हो, लेकिन अभी इस सीरीज़ में 3 मुकाबले और है। सभी भारतीय फैंस को तो उम्मीद है ही इसके साथ ही साथ ऑस्ट्रेलियाई खेमा भी इस बात से पूरी तरह इत्तेफाक रखता है कि भारतीय टीम दमदार वापसी करेगी। भारतीय टीम की सीरीज़ में वापसी के ये कयास ऐसे ही नहीं है लगाए जा रहे हैं, बल्कि इसके पीछे टीम इंडिया का पिछला रिकॉर्ड रहा है। ऑस्ट्रेलियाई टीम तो भारत के इस प्रदर्शन की गवाह भी रही है।
जब कंगारुओं के खिलाफ भारतीय टीम ने की थी वापसी
16 साल पहले भी ऐसा ही हुआ था। 2001 में ऑस्ट्रेलिया की टीम भारत के दौरे पर आई थी। 3 टेस्ट मैच की सीरीज़ का पहला मैच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला गया था। ऑस्ट्रेलिया की दमदार टीम ने भारत को 10 विकेट से मात देकर सीरीज़ में 1-0 की बढ़त बना ली थी। ये ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट मैचों में लगातार 16 जीत थी।
इस सीरीज़ का दूसरा मुकाबला कोलकाता के मैदान पर खेला गया। इस मुकाबले में भी कंगारू टीम ने दमदार प्रदर्शन दिखाया। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 445 का बड़ा स्कोर खड़ा किया। भारत की ओर से हरभजन सिंह ने पहली पारी में हैट्रिक लेते हुए 7 ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ों का शिकार किया था। लेकिन भज्जी के इस दमदार प्रदर्शन पर भारतीय बल्लेबाज़ों ने पानी फेर दिया और पूरी टीम सिर्फ 171 रन पर सिमट गई। ऑस्ट्रेलिया ने भारत को फॉलो-ऑन दिया। इसके बाद तो मैच का पासा ही पलट गया और कोलकाता टेस्ट ऐतिहासिक बन गया।
ऐसे बना था कोलकाता टेस्ट ऐतिहासिक
फॉलो-ऑन खेलते हुए राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण ने ऐतिहासिक पारी खेली, राहुल ने 180 और लक्ष्मण ने 281 रन बनाए। इन दोनों के बीच कुल 376 रनों की साझेदारी हुई। दूसरी पारी में भारत ने 657 रन बनाए और ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 384 रन का लक्ष्य दिया। 384 की चुनौती का पीछे करते हुए ऑस्ट्रेलियाई टीम 212 रनों पर ही सिमट गई। भारत यह मैच 171 रनों से जीता लिया। इसी के साथ पिछले 16 टेस्ट से चला आ रहा ऑस्ट्रेलियाई टीम का विजय रथ भी थम गया। हरभजन सिंह ने दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया के 6 बल्लेबाज़ों का शिकार किया। इस टेस्ट मैच के बाद से ही हरभजन सिंह को ‘टर्बनेटर’ भी कहा जाने लगा।
चेन्नई में भी चमकी थी टीम इंडिया
कोलकाता टेस्ट के बाद सीरीज़ का तीसरा और आखिरी टेस्ट मैच चेन्नई के मैदान पर खेला गया। इस मुकाबले को भारतीय टीम ने 2 विकेट से जीत कर लिया। चेपॉक में मिली इस जीत के साथ ही भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के गुरूर को चकनाचूर करते हुए 2-1 से टेस्ट सीरीज़ भी अपने नाम कर ली थी।
बेंगलुरु बनेगा कोलकाता ?
पुणे में बुरी तरह हार चुकी विराट आर्मी अब पूरी तरह से 4 मार्च को शुरू होने वाले बेंगलुरु टेस्ट के लिए तैयार है। स्टीव स्मिथ की अगुवाई में कंगारू टीम को भारतीय टीम को बिल्कुल भी हल्के में नहीं लेना चाहिए। क्योंकि कहते है न कि दूध का जला, छांछ को भी फूंक-फूंक कर पीता है। क्या पता पर 16 साल पुराना इतिहास एक बार फिर से दोहरा दिया जाए और इस बार बैंगलुरू का एम. चिन्नास्वामी मैदान ईडन गार्डन बन जाए।