तो ये वजह है कि एक 'फाइटर' हैं युवराज, इस बार भी सार्थक की अपनी वापसी
बहुत से लोग यह नहीं जानते थे कि युवराज इतने फिट कैसे हैं। बहुत से लोग नहीं जानते कि युवी शॉर्ट पिच गेंदों पर अक्सर ऐसे दिशाहीन दिखते हैं जैसे यह उनकी मानसिक परीक्षा है।
(रवि शास्त्री का कॉलम)
आप अक्सर युवराज को बढ़ी दाढ़ी के साथ नहीं देखते और न ही शांति से जश्न मनाते हुए देखते हैं। निश्चित ही उन्हें वनडे में 150 रन बनाते हुए नहीं देखते हैं। वह एक ऐसे इंसान हैं जो क्रिकेट के मैदान पर जीवन में बड़ी परिस्थितियों को देख चुके हैं। जो हर छोटी सी प्रतिभा की कद्र करना जानते हैं। जो जानते हैं कि जीवन छोटा है और हमें अपना सर्वश्रेष्ठ करना है। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उनके बनाए रनों का पीछा करने वाले बहुत ज्यादा लोग नहीं हैं। बहुत से लोग यह नहीं जानते थे कि वह इतने फिट कैसे हैं। बहुत से लोग नहीं जानते कि वह शॉर्ट पिच गेंदों पर अक्सर ऐसे दिशाहीन दिखते हैं जैसे यह उनकी मानसिक परीक्षा है। लेकिन इसके बावजूद उनके पास खुद को एक और मौका देने की इच्छाशक्ति है।
किस्मत से चयनकर्ताओं के लिए वही मायने रखते हैं जिनके लिए कप्तान कहता है कि मैं इसे चाहता हूं। यही ऐसे खिलाड़ियों को मौका देने का समय है। यह आश्चर्यजनक है कि जब हमारी नजरें नई प्रतिभा को तलाश रही होती हैं तो समझदार इंसान धमाकेदार प्रदर्शन करने वालों को नहीं भूलता है। पहले पार्थिव पटेल और अब युवराज ने अपनी वापसी को सार्थक साबित किया।
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जब हमारे पास एमएस धौनी होते हैं तो हम चाहते हैं कि वह ज्यादा ओवरों तक बल्लेबाजी करें और ऐसा नहीं हो कि अंत में जाधव और पांड्या जैसे तैसे मैच का समापन करें। एक ऐसा आदमी जिसने अपनी बल्लेबाजी के लिए खास जगह चुनी है और जो काफी बुद्धिमान है, उससे लंबी पारी के दौरान बल्लेबाजी करने और फिर करीब साढ़े तीन घंटे तक विकेटकीपिंग करने के बारे में पूछा जाना चाहिए। यह किसी के लिए भी बहुत बड़ी जिम्मेदारी का काम है। युवा हों या उम्रदराज, लेकिन धौनी को कभी चुनौतियों ने नहीं रोका। हमें उन पर बेहद गर्व है। ऐसे में जब भारत सीरीज में 2-0 से अजेय बढ़त हासिल कर चुका है, मुझे नहीं लगता कि वो कोलकाता में कोई कमी छोड़ेगा। शार्क ने खून का स्वाद चख लिया है। (टीसीएम)