खिलाडिय़ों पर अपना नजरिया थोपना मेरी शैली नहीं : कुंबले
भारत के नए मुख्य कोच अनिल कुंबले ने स्वीकार किया है कि उनके काम करने के तरीके में जॉन राइट का काफी प्रभाव है और वह युवा टीम पर अपने विचार थोपने की जगह उन्हें समझाने की कोशिश करेंगे
नई दिल्ली। भारत के नए मुख्य कोच अनिल कुंबले ने स्वीकार किया है कि उनके काम करने के तरीके में जॉन राइट का काफी प्रभाव है और वह युवा टीम पर अपने विचार थोपने की जगह उन्हें समझाने की कोशिश करेंगे।
कुंबले ने शुक्रवार को कहा, 'सबसे पहले मैं चीजों को समझने की कोशिश करूंगा। उम्मीद करता हूं कि इसके बाद मैं उन्हें समझा पाऊंगा। अगर वे इसे प्रभावी नहीं समझते, वे इसे नहीं अपनाएंगे और प्रक्रिया काम नहीं कर पाएगी। मैं चीजों को लागू करने में मदद करने वाले के रूप में काम करने की कोशिश करूंगा। मैं राइट (पूर्व भारतीय कोच) के मार्गदर्शन में काफी खेला हूं। उनका काफी प्रभाव है और संभवत: मैं भी अपना काम इसी तरह करूंगा। मैं कुछ समय के लिए गैरी कस्र्टन के साथ भी जुड़ा रहा। वह भी पीछे से काम करते हैं और खुद को सामने नहीं आने देते। मैं भी पर्दे के पीछे से काम करने का प्रयास करूंगा।
कुंबले ने कहा, 'कोच के रूप में मेरा काम कप्तान के कंधे से बोझ को कम करना होगा। कप्तान को क्रिकेट के इतर फैसले करने होते हैं और यहीं मैं कप्तान के कंधे से काफी बोझ कम कर सकता हूं। जब मैं कप्तान था तो मैंने महसूस किया कि मैदान पर ही नहीं, बल्कि बाहर भी फैसले करने होते हैं। मैं इन पर काम करने की कोशिश करूंगा, जिससे कि कप्तान का बोझ कम हो। आप सिर्फ क्रिकेट के मैदान पर ही कोच नहीं होते, बल्कि मेरा मानना है कि आप मैदान के बाहर भी कोच होते हैं। मेरा काम व्यक्तियों के अलावा नेतृत्वकर्ताओं को तैयार करना भी होगा। बेहतरीन प्रतिभा मौजूद है और हम इनमें से नेतृत्वकर्ता तैयार कर सकते हैं। यह तुरंत नहीं होगा। हमें चढ़ाव ही नहीं, बल्कि उतार भी देखने को मिलेंगे।
कोच के रूप में कुंबले की पहली जिम्मेदारी वेस्टइंडीज का दौरा होगा जिसके लिए रवाना होने से पहले भारतीय टीम बेंगलुरु में संक्षिप्त शिविर में हिस्सा लेगी। उन्होंने कहा, 'छोटे समय में लक्ष्य वेस्टइंडीज का दौरा है। मैंने विराट से बात की है और एमएस (धौनी) संभवत: जिंबाब्वे से वापस लौट रहा है। बेंगलुरु में शिविर होना अच्छा है। 20 विकेट चटकाने पर ध्यान होगा। विराट, पुजारा, रहाणे, रोहित, राहुल और साथ ही शिखर के रूप में बल्लेबाजी शानदार है। इस टीम में प्रतिभा है जिसकी अगुआई युवा कप्तान कर रहा है। मेरा ध्यान टीम के विदेश में जीतने का रिकॉर्ड सुधारने पर है।