महिला विश्व कप जीता तो महिला क्रिकेट में आएगी जबरदस्त क्रांति : मिताली राज
मिताली राज की कप्तानी में भारतीय महिला टीम महिला विश्व कप के फाइनल में पहुंच गई है।
नई दिल्ली। मिताली राज की कप्तानी में भारतीय महिला टीम महिला विश्व कप के फाइनल में पहुंच गई है। वर्ष 2005 के बाद ये दूसरा मौका है जब भारतीय महिला टीम के पास विश्व चैंपियन बनने का मौका है। इसके अलावा मिताली राज भारतीय महिला टीम की पहली ऐसी कप्तान बन गईं हैं जिनकी अगुआई में टीम दो बाद फाइनल तक पहुंची है।
मिताली ने बताया कि ये वर्ल्ड कप जरा अगल है। जब हम पिछली बार यानी 2005 में फाइनल में पहुंचे थे तब किसी को पता भी नहीं था कि महिला टीम ने ये उपलब्धि हासिल की है। उस बार हमारे मैचों को टीवी पर दिखाया भी नहीं गया था और सबका ध्यान पुरुष टीम की तरफ ही था। इस बार अगर हमारी टीम जीत पाती है तो महिला क्रिकेट में क्रान्ति जैसी बात होगी। रविवार को भारत में सब टीवी से चिपके रहेंगे।अगर जीत हासिल हुई तो बहुत बड़ी कामयाबी होगी।
मिताली राज ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम को हराना आसान नहीं होता। टीम की सभी खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया खासतौर पर हरमनप्रीत और टीम की तेज गेंदबाजों ने अपना काम बखूबी किया। हरमनप्रीत की शानदार गेंदबाजी के बाद तेज गेंदबाजों ने शुरुआत में ही टीम को ब्रेक दिलाया। इस टूर्नामेंट में हमने कई मौकों पर कमाल का कमबैक किया और इसकी वजह से टीम अलग ही नजर आ रही है।
महिला विश्व कप फाइनल में भारत को इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स पर खेलना है। इसके बारे में मिताली का कहना है कि टीम को इस गौरवशाली लम्हे का लुत्फ उठाना चाहिए। इस मैदान पर फाइनल खेलना बहुत बड़ी बात है। इस मैदान पर फाइनल खेलना हर खिलाड़ी का सपना होगा और हमें ये मौका मिला है। ये एक गौरवशाली क्षण होगा। मिताली ने कहा कि ये उनका आखिरी वर्ल्ड कप है और वो इसे जीतकर यादगार बनाना चाहती हैं।