जहां हारी टीम इंडिया, वहीं जाकर और मैच खेलना चाहता है यह भारतीय बल्लेबाज
पुजारा ने यहां पांच पारियों में 233 रन जुटाए थे। यह उनका तीसरा काउंटी अनुबंध था।
चेन्नई, पीटीआइ। टीम इंडिया भले ही इंग्लैंड में हुए आइसीसी चैंपिंयस ट्रॉफी के टूर्नामेंट में खिताब गंवा बैठी हो, लेकिन एक भारतीय बल्लेबाज ऐसे हैं, जिन्हें वहां खेलने में मजा आता है। नॉटिंघमशर में अपने काउंटी सत्र का लुत्फ उठाने वाले भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा का कहना है कि वह दोबारा इंग्लैंड में खेलना पसंद करेंगे।
पुजारा ने चेन्नई में एक कार्यक्रम के दौरान कहा, 'नॉटिंघमशर के साथ जुड़ाव काफी शानदार रहा। मैंने इंग्लैंड में चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में खेलने का लुत्फ उठाया। वहां तेज गेंदबाजों का सामना करना भारत में खेलने की तुलना में काफी अलग अनुभव है। मैं खुश हूं कि मैं इससे उबरकर रन जुटाने में सफल रहा। अगर मौका मिलता है तो मैं दोबारा इंग्लिश काउंटी सत्र में खेलना पसंद करूंगा।'
उन्होंने कहा कि काउंटी मैचों के दौरान मैंने इंग्लैंड के खिलाड़ियों स्टुअर्ट ब्रॉड और समित पटेल (ये दोनों नॉटिंघमशर की ओर से खेलते हैं) और इंग्लैंड के पूर्व कोच पीटर मूर्स के साथ समय बिताया। मैंने उनके साथ अलग-अलग पिचों पर खेलने की चर्चा की और काउंटी सर्किट की जिंदगी के बारे में सीखा।
पुजारा ने पांच पारियों में 233 रन जुटाए थे। यह उनका तीसरा काउंटी अनुबंध था, इससे पहले वह यार्कशर और डर्बीशर की ओर से खेल चुके हैं। इस महीने के अंत में श्रीलंका के दौरे का इंतजार कर रहे पुजारा ने 2015 के श्रीलंका दौरे पर सीरीज के अंतिम टेस्ट में शतक जमाया था।
उन्होंने 2016-17 के घरेलू सत्र के 13 टेस्ट में 62.66 के औसत से 1316 रन बनाए थे। इनमें चार शतक और आठ अर्धशतक शामिल थे।