फ्रांसीसी महिला 28 साल से नवरात्रि पर रखती हैं व्रत
बस्तर पहुंची फ्रांसीसी महिला पर्यटक 38 वर्षीय ओफीनी मेथीनी पेशे से वकील, वेब डिजाइनर एवं ब्लॉगर हैं। दक्षिणी फ्रांस में एविनियों की रहने वाली यह महिला भारत आने के बाद मां दुर्गा की उपासक बन गई है और वह 10 वर्ष की आयु से नवरात्रि उपवास रहती है।
रायपुर/जगदलपुर। बस्तर पहुंची फ्रांसीसी महिला पर्यटक 38 वर्षीय ओफीनी मेथीनी पेशे से वकील, वेब डिजाइनर एवं ब्लॉगर हैं। दक्षिणी फ्रांस में एविनियों की रहने वाली यह महिला भारत आने के बाद मां दुर्गा की उपासक बन गई है और वह 10 वर्ष की आयु से नवरात्रि उपवास रहती है। वहीं शुद्ध शाकाहारी व्यंजन पसंद करती है। हिदुत्व परंपरा उन्हें इतनी भा गई कि भारत में रहने का मन बना लिया है।
धर्म के प्रति आस्था किसी देश की सीमा लांघ सकती है। इस बात को चरितार्थ करती फ्रांसीसी महिला पर्यटक ओफिनी मेथीनी टूटी-फूटी हिंदी बोल लेती है, पर संस्कृत के श्लोक उन्हें कंठस्थ हैं। वे गायत्री मंत्र का उच्चारण भी धाराप्रवाह कर लेती हैं। ओफिनी सबसे पहले अपने माता-पिता के साथ 1993 में आई थीं। तमिलनाडू व कर्नाटक के स्वामी प्रेमानंद महाराज से दीक्षा लेकर आश्रम में रहने लगीं। वे मांसाहार त्याग दिया और आश्रम में हिंदू पूजा अभिषेक एवं नवरात्रि एवं महाशिवरात्री उपवास रहने लगीं। उन्होंने बताया कि कुछ दिनों बाद वे माता-पिता के साथ स्वदेश लौट गईं।
भा गई बस्तर की संस्कृति
वर्षों बाद उनके माता-पिता के निधन के बाद फिर भारत आती-जाती रहीं। पिछले साल भर से वे उदयपुर राजस्थान में रह रही हैं। प्रत्येक 6 माह में वीजा नवीनीकरण करवाती हैं। वे अब भारत की संस्कृति एवं पर्यटन स्थलों पर मेजिक इंडिया नाम एक कंपनी भी चला रही हैं। अतिथि देवो भव: के तहत देश के लोगों ने हर जगह उन्हें सम्मान दिया है। बस्तर की संस्कृति उनको बहुत भा गई। उन्होंने बताया कि यहां के ग्रामीणों की जीवन शैली और अादिवासियों का भोलेपन और सादगी के बारे में सुना था, बस्तर में पहली बार आकर उनको देख भी रही हूं। बस्तर के जंगल प्रदूषण मुक्त है। आने वाले समय में भारत पूरे विश्व का गुरु बनेगा और पूरे विश्व का प्रतिनिधित्व करेगा। वे कहती हैं कि भारत के युवा पश्चिम सभ्यता को अपना रहे वह ठीक नहीं है।
विदेशी महिला पर्यटक का हिंदू धर्म पर झुकाव चकित करता है : पणिकर
टूरिज्म के क्षेत्र में दशकों से काम कर रहे रजनीश पणिकर ने बताया कि जगदलपुर बस्तर दशहरा पर्व पर प्रत्येक वर्ष देश-विदेश से पर्यटक बस्तर पहुंचते हैं। बस्तर की संस्कृति को करीब से देखते हैं। कैमरे में कैद कर चले जाते हैं। पर फ्रांस की यह महिला पिछले 4 दिनों से बस्तर में है। इस दौरान बस्तर के पर्यटन स्थल व बस्तर दशहरे के परंपरागत पूजा-विधान को करीब से देखा और बारीकी से जानकारी भी ली। उनके हिंदू धर्म की जानकारियों देख कर आश्चर्य लगता है।