एक दूजे के हुए पूर्व नक्सली
नक्सली गढ़ के रूप में चर्चित बस्तर शनिवार रात ऐतिहासिक शादी का गवाह बना। इसमें दूल्हा-दुल्हन थे पूर्व नक्सली तो बराती बनी पुलिस। बरात में खुली जिप्सी में निकले दूल्हे के साथ आईजी, एसपी, कलेक्टर तक साथ थे। शादी में करीब 10 हजार लोग शमिल हुए।
रायपुर/जगदलपुर। नक्सली गढ़ के रूप में चर्चित बस्तर शनिवार रात ऐतिहासिक शादी का गवाह बना। इसमें दूल्हा-दुल्हन थे पूर्व नक्सली तो बराती बनी पुलिस। बरात में खुली जिप्सी में निकले दूल्हे के साथ आईजी, एसपी, कलेक्टर तक साथ थे। जगदलपुर के हाता ग्राउंड में हुई कोसी और लक्ष्मण की शादी में करीब 10 हजार लोग शमिल हुए।
- खुली जिप्सी में आईजी एसआरपी कल्लूरी आगे बैठे तो पीछे SP आरएन दास, कलेक्टर अमित कटारिया सहित अन्य अफसर।
- जिप्सी को पुलिस के हथियारबंद जवानों ने चारों ओर से घेरा रखा था।
- पुलिस ने पूरे शहर को सील कर दिया था। सारे एंट्रेंस प्वाइंट पर मोबाइल चेकपोस्ट लगाए गए थे।
- चौक-चौराहों पर भी पुलिस जवान तैनात थे। हर आने-जाने वाले पर कड़ी नजर रखी जा रही थी।
- बरात में जिप्सी के खुले हिस्से में बैठा दूल्हा लक्ष्मण नेताओं की तरह लोगों का अभिवादन कर रहा था।
- पुलिस अफसरों, जवानों के साथ हजारो लोग इस बरात में शरीक हुए।
- बरातियों के नाचने के लिए तीन से ज्यादा अलग-अलग प्रकार के बैंड-बाजे का इंतजाम किया गया था।
- चौक-चौराहों पर अलग-अलग समाज के लोगों ने फूल बरसाकर और आरती उतारकर बरात का स्वागत किया।
- इस पूरे आयोजन में वधु पक्ष की सारी जिम्मेदारी 'सामाजिक एकता मंच' ने निभाई।
- कोसी और लक्ष्मण की शादी में सारी रस्मों का निर्वहन किया गया।
- पहले मेहंदी की रस्म पूरी गई, उसके बाद हल्दी का आयोजन किया गया।
- दूल्हा लक्ष्मण ने कहा कि उसने कभी नहीं सोचा था कि उसकी शादी इस अंदाज में होगी।
- दुल्हन कोसी का कहना था कि यह उसके जीवन का अब तक का सबसे खुशनुमा पल है।