पति की शिकायत लेकर पहुंची, वर्दी में निकला हैवान, नशे में किया ये काम
एक दलित महिला अपने पति की प्रताड़ना से तंग आकर उसकी शिकायत करने पुलिस के पास पहुंची तो वहां टीआई के हवस का शिकार हो गई।
रायपुर। एक दलित महिला अपने पति की प्रताड़ना से तंग आकर उसकी शिकायत करने पुलिस के पास पहुंची तो वहां टीआई के हवस का शिकार हो गई। आरोप है कि टीआई ने नशे की हालत में अपने एक साथी के साथ पुलिस चौकी के ही पीछे वाले कमरे में ले जाकर रेप किया और जेल भेज देने की धमकी भी दी। चौतरफा दबाव के बाद आरोपी जीएन साहू के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। इधर पीड़िता ने अब आरोप लगाया है कि उस पर लगातार केस वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है।
मामला महासमुंद जिले में ओड़िशा बॉर्डर से लगे बुंदेली पुलिस चौकी का है। बागबहरा ब्लॉक के एक गांव की रहने वाली 25 वर्षीया पीड़िता 17 अगस्त को पति के खिलाफ मारपीट की शिकायत लेकर पुलिस चौकी पहुंची थी। उसका आरोप है कि उससे आवेदन लेकर सिग्नेचर करा लिया गया और कहा गया कि मामला पुलिस हस्तक्षेप के लायक नहीं है। इसी बीच एक स्टाफ ने टीआई जीएन साहू को फोन पर सूचना देकर उसे देर तक थाने में बिठाए रखा। साहू जब पहुंचे तो वे नशे की हालत में थे और उनके साथ एक और शख्स था। दोनों ने चौकी के पीछे वाले कमरे में ले जाकर रेप किया। उसके बाद रात करीब ढाई बजे घर तक भिजवा दिया।
आरोपी लाइन अटैच, जांच जारी
एडिशनल एसपी आरके भट्ट ने कहा कि शिकायत के आधार पर टीआई को तत्काल प्रभाव से लाइन अटैच कर दिया गया है, जांच जारी है।टीआई साहू पर धारा 376 के तहत मामला भी दर्द कर लिया गया है। मामले पर आरोपी टीआई का कहना है कि आरोप झूठे हैं, जांच में साबित हो जाएगा। उन्होंने कहा- "महिला घर जाने को तैयार नहीं थी। रात साढ़े 10 बजे महिला सफाईकर्मी, दो ग्रामीणों और पुलिस स्टाफ के साथ उसे अपने घर ले गया। वहां खाना खिलाया। उसके बाद ग्रामीणों के साथ उसके गांव भेज दिया।"
महिला को मिला पति का साथ
चार-पांच दिनों तक कार्रवाई में ढिलाई देख पीड़िता अब मुखर हो गई है। उसने आरोप लगाया कि एसडीओपी 20 जवानों के साथ उसके घर पहुंचे और बयान बदलने के लिए डराया धमकाया। अब उसे उसके पति का भी साथ मिल रहा है जिस पर वह प्रताड़ना के आरोप लगा रही थी।
पूछे उटपटांग सवाल
पीड़िता ने महासमुंद रेस्ट हाउस में मीडिया कर्मियों को बताया कि घटना के बाद एसपी से शिकायत करने पर जांच शुरू हुई है। तीन दिन में पांच-छह बार महिला पुलिस की मौजूदगी में पुरुष अफसरों ने उसका बयान लिया है। पीड़िता का आरोप है कि हर बार बयान के नाम पर पुलिस उससे उटपटांग सवाल किए है, जिससे वह क्षुब्ध है।