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नक्सली फरमान के बाद पांच परिवारों ने छोड़ा गांव

जिले के फरसेगढ़ थाना क्षेत्र के पांच परिवारों पर पुलिस सहयोगी होने का आरोप लगाते नक्सलियों ने उन्हें गांव से निकाल दिया है। गांव छोड़कर निकले सभी ग्रामीण फिलहाल भोपालपटनम में अपने रिश्तेदारों के यहां शरण लिए हुए हैं।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Fri, 24 Jul 2015 03:41 AM (IST)Updated: Fri, 24 Jul 2015 03:47 AM (IST)

रायपुर, बीजापुर [ब्यूरो]। जिले के फरसेगढ़ थाना क्षेत्र के पांच परिवारों पर पुलिस सहयोगी होने का आरोप लगाते नक्सलियों ने उन्हें गांव से निकाल दिया है। गांव छोड़कर निकले सभी ग्रामीण फिलहाल भोपालपटनम में अपने रिश्तेदारों के यहां शरण लिए हुए हैं।

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पुलिस सूत्रों के अनुसार फरसेगढ़ थाना क्षेत्र के करकेली गांव के बंडे एर्रा, लक्ष्मैया पिता चिन्ना समेत अन्य तीन ग्रामीण भोपालपटनम बाजार गए हुए थे। बाजार में वे अपने रिश्तेदार सहायक आरक्षक से बातचीत कर रहे थे। इसी दौरान नक्ससिलों ने उन्हें सहायक आरक्षक से बात करते देख लिया। इसके बाद गांव में मीटिंग लेकर ग्रामीणों को धमकाया कि वे लोग उनकी [नक्सलियों के] गतिविधियों की सूचनाएं अपने रिश्तेदारों के माध्यम से पुलिस तक पहुंचाते हैं।

नक्सलियों ने इन ग्रामीणों को बतौर सजा अपना घर-गांव छोड़ भाग जाने का फरमान सुना दिया। इन पांच परिवारों के लगभग 27 सदस्यों ने दो दिन पूर्व गांव छोड़कर रिश्तेदारों के यहां फरसेगढ़ में शरण ली। गुरुवार को नईदुनिया टीम जब फरसेगढ़ पहुंची तो बताया गया कि पीडि़त परिवार के लोग भोपालपटनम चले गए हैं।

बीजापुर एसपी केएल धु्रव ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा गांव छोडऩे की खबरें मिली हैं, किंतु ग्रामीणों द्वारा अब तक पुलिस से संपर्क नहीं किया गया है। यदि वे सहयोग चाहेंगे तो शासन की नीतियों के तहत उन्हें हरसंभव मदद व सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। वहीं पीडि़त परिवार से संपर्क करने की कोशिश पुलिस कर रही है।


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