डीजल महंगा होते ही अब बस किराया बढ़ाने की तैयारी
डीजल सस्ता होने पर सरकार के भारी दबाव के बाद बड़ी मुश्किल से प्रति किमी 5 पैसे किराया घटाने वाले बस आपरेटरों ने शुक्रवार को डीजल का रेट बढ़ते ही किराया बढ़ाने की तैयारी कर ली है।
रायपुर। डीजल सस्ता होने पर सरकार के भारी दबाव के बाद बड़ी मुश्किल से प्रति किमी 5 पैसे किराया घटाने वाले बस आपरेटरों ने शुक्रवार को डीजल का रेट बढ़ते ही किराया बढ़ाने की तैयारी कर ली है। उनका तर्क है कि पिछले कुछ दिन में डीजल के रेट सवा 3 रुपए लीटर बढ़े हैं, इसलिए किराया बढ़ाना जरूरी हो गया है। उधर, परिवहन अफसरों ने साफ कर दिया है कि किराया बढ़ाने के किसी भी प्रस्ताव पर फिलहाल विचार नहीं किया जाएगा।
छत्तीसगढ़ मिनीबस महासंघ ने शनिवार को दोपहर 3 बजे पंडरी बस स्टैंड में आपात बैठक की।
महासंघ के पदाधिकारियों ने बताया कि डीजल की कीमत फिर बढऩे लगी है। इस वजह से मौजूदा रेट में आपरेटर्स नुकसान में आ जाएंगे।
बस आपरेटरों ने कहा कि वे स्थायी किराया नीति की मांग अब जोरदार ढंग से उठाएंगे। चूंकि डीजल के रेट घटते-बढ़ते रहते हैं, इसलिए शासन को ऐसी नीति बनानी होगी कि इस आधार पर किराया भी स्वत: घटे या बढ़ जाए। बैठक के बाद महासंघ के प्रतिनिधि परिवहन विभाग के अफसरों से भी मिलेंगे।
संयुक्त परिवहन आयुक्त डी. रविशंकर ने फोन पर कहा कि बसों के किराए में अभी कोई संशोधन संभव नहीं लगता। डीजल के रेट काफी कम हुए थे, तब आपरेटर्स ने किराए में मामूली कमी मुश्किल से की थी। इसलिए विभाग फिलहाल रेट बढ़ाने के किसी प्रस्ताव पर विचार करने की स्थिति में नहीं है।