नक्सल कैडर में शीर्ष पदों पर पहुंच रहीं महिला कमांडर
रायपुर [ब्यूरो]। छत्तीसगढ़ में बडे़ पैमाने पर हो रहे नक्सलियों के आत्मसमर्पण के बीच एक खबर यह आ रही
रायपुर [ब्यूरो]। छत्तीसगढ़ में बडे़ पैमाने पर हो रहे नक्सलियों के आत्मसमर्पण के बीच एक खबर यह आ रही है कि नक्सली कैडर के शीर्ष पदों पर महिला कमांडर पहुंच रही हैं। छत्तीसगढ़ पुलिस को मिली खुफिया सूचना के आधार पर टॉप नक्सली कमांडरों में 60 फीसदी महिला नक्सली हैं, जबकि वर्ष 2008 तक सिर्फ 25 फीसदी महिला नक्सली टॉप पदों पर थीं। इसके साथ ही निचले स्तर पर भी ब़़डे पैमाने पर महिला नक्सलियों की भर्ती भी की जा रही है। महिला नक्सली अब एरिया कमेटी और डिविजनल कमेटी के कई महत्वपूर्ण पदों पर पहुंच गई हैं। नक्सलियों की दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी में 20 फीसदी टॉप पदों पर महिला नक्सली पहुंच गई हैं।
पुलिस मुख्यालय के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार पहले महिला नक्सलियों की भर्ती पुरुष कमांडरों का सहयोग करने के लिए की जाती थी, लेकिन अब परिस्थितियों में बडे़ पैमाने पर परिवर्तन हुआ है।
खुफिया पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार लंबे समय से सक्रिय महिला नक्सली सुजाता अब दंडकारण्य स्टेट मिलिट्री कमेटी की प्रमुख बन गई है। इसके साथ ही नीति को दक्षिण बस्तर डिविजनल कमेटी का प्रमुख बनाया गया है। माधवी को पश्चिम बस्तर डिविजनल कमेटी की कमान सौंपी गई है। कोसी को मंगलर एरिया कमेटी की जिम्मेदारी दी गई है।
बताया जा रहा है कि झीरम घाटी हमले में महिला नक्सलियों की संख्या सबसे ज्यादा थी। पुलिस के अनुसार कांग्रेस नेता महेंद्र कर्मा की हत्या के बाद महिला नक्सलियों ने वहां डांस किया और सलवा जुडूम मुर्दाबाद के नारे भी लगाए।
आईबी के पास भी है रिपोर्ट
आईबी की रिपोर्ट में भी महिला नक्सलियों के टॉप पोस्ट पर पहुंचे की जानकारी दी गई है। वर्ष 2013 में तत्कालीन गृह राज्यमंत्री आरपीएन सिंह ने भी लोकसभा में जानकारी दी थी कि बस्तर, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र और ओडिशा में महिला नक्सली ताकतवर हो रही हैं और कई कमेटियों की कमान उन्हें सौंप दी गई है।
गुरिल्ला आर्मी की भी मिली कमान
पुलिस मुख्यालय के आला अधिकारियों के अनुसार महिला नक्सलियों को पीपुल लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी में भर्ती किया जा रहा है। अलग-अलग गुरिल्ला जोन में महिला कमांडरों को प्लाटून लेवल और कंपनी स्तर पर जिम्मेदारी बांटी जा रही है। बताया जा रहा है कि महिला कमांडरों की सक्रियता को देखते हुए जिम्मेदारियों का बंटवारा किया गया है।
बस्तर आईजी एसआरपी कल्लूरी ने कहा कि बडे़ पैमाने पर नक्सलियों के आत्मसमर्पण के कारण टॉप नक्सली लीडर बैकफुट पर आ गए हैं। इसका असर उनके संगठन पर भी देखने को मिल रहा है। महिला नक्सलियों को महत्वूपर्ण जिम्मेदारी इसी रणनीति का हिस्सा है।