23 नक्सलियों ने किया समर्पण
रायपुर, दंतेवाड़ा/सुकमा [ब्यूरो]। पुलिस की नक्सल विरोधी मुहिम को एक बड़ी सफलता मिली है। सोमवार व मंगलवार को दंतेवाड़ा में 13 नक्सलियों तथा सुकमा में 10 नक्सलियों ने हिंसा का राह छोड़कर शांति का राह अपनाते मुख्य धारा में लौटने का निर्णय लिया है।
बुधवार को बैलाडीला क्षेत्र के टिकनपाल के ग्रामीण गांव की एक महिला समेत नक्सलियों से संबंध रखने वाले 13 लोगों को आत्मसमर्पण कराने अपने साथ एसपी आवास लेकर पहुंचे थे। इस पर एसपी कमलोचन कश्यप ने सरेंडर करने वाले नक्सलियों को शासन की पुनर्वास नीति का लाभ दिलाने और गांव के विकास का भरोसा दिलाया।
सरेंडर करने वालों में 7 कमेटी सदस्य तथा शेष जनमिलिशिया मेम्बर बताए गए हैं। इनमें लिंगा राम पिता गोरे [30)], सुकमन पिता हुंगा ताती [32], छन्नू पिता पोज्जा बारसा [35], वामन पिता कोसा ताती, बोदे उर्फ आयती पिता गुड्डी ताती, सोमडू ताती पिता हुंगा ताती, ताती जोगा पिता बामन [22], भीमा बारसे पिता बदरू बारसे, रमेश बारसे पिता हुंगा बारसे, पिंकू राम पिता भीमा ताती [19], बासु पिता जोगा, भीमा ताती पिता हुंगा, लक्ष्मण पिता भीमा शामिल हैं। दूसरी ओर मंगलवार को सुकमा एसपी डी श्रवण के समक्ष संघम व एलओएस सदस्यों पुनेम सन्ना, म़़डकम सिंगा, हेमला भीमा, सोढ़ी बुधरा, हेमला नंदा, सोढ़ी मासा, करतम मुक्का, कुराम अवधेश, मड़कम देवा व मड़कम मुकेश ने समर्पण कर दिया। इनमें से दो नक्सलियों ने एक भरमार व देशी कट्टा भी पुलिस को सौंपा है। सभी समर्पित नक्सलियों को पुनर्वास नीति के तहत लाभ प्रदान किए जाने की बात कही गई है।