अंधविश्वास खत्म करना उद्देश्य : शंकराचार्य
नई दुनिया, कबीरधाम । हिंदू मंदिरों में स्थापित साई की मूर्तियां तोड़ना हमारा उद्देश्य नहीं है। साई के नाम पर फैलाए जा रहे अंधविश्वास और व्यापार को रोकना चाहिए। छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री का बयान अफवाहों पर आधारित है, उन्हें तत्काल धर्म संसद से माफी मांगनी चाहिए। यह कहना है कि ज्योतिष व द्वारका शारदापीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती का।
नई दुनिया से विशेष बातचीत में शंकराचार्य ने कहा कि धर्म संसद में साधु-संतों तथा चारों पीठों के शंकराचार्यो की उपस्थिति में निर्णय लिए गए हैं। ये सनातन धर्मियों के लिए अंतिम निर्णय हैं। इसमें किंतु-परंतु का स्थान नहीं है। प्रजातंत्र में प्रजा ही राजा है। साधु संत धर्म का उपदेश दे चुके हैं। अब जनता को उसका पालन करना है। धर्म संसद में कुल 6 प्रस्ताव पारित किए गए व यहां ऐसा कोई निर्णय नहीं हुआ जो संविधान के विरुद्ध हो। कुछ लोग धर्म संसद के मामले में अफवाह फैला रहे हैं।