अग्निवेश आतंकवादी से मिला हुआ आतंकी: शंकराचार्य
रायपुर, कवर्धा [ब्यूरो]। स्वामी अग्निवेश आतंकवादियों से मिला हुआ एक आतंकवादी है। जिसके अब छत्तीसगढ़ आने पर यहां के मुख्यमंत्री भी उससे नहीं मिलते हैं और उसके विषय में अब जनता की भी स्पष्ट राय बनने लगी है। यह बात ज्योतिष पीठ एवं द्वारका शारदापीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद ने यहां पत्रकारों से बातचीत में कही।
उन्होंने कहा कि वेद शास्त्रों में वार्णित 24 अवतारों की ही पूजा का विधान है। अशास्त्रीय लोगों की पूजा नहीं करनी चाहिए। कांवरिया भगवान शिव को ही जल अर्पित करें। शंकराचार्यो का धर्म है कि वे धर्म का प्रचार और उसकी रक्षा करें।
शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद अपने 65वें चातुर्मास के लिए 12 जुलाई से कवर्धा प्रवास पर हैं। चातुर्मास के चौथे दिन बुधवार को शंकरा निवास में आयोजित पत्रकारवार्ता में उन्होंने कहा कि शंकराचार्य संपत्ति की रक्षा व संपत्ति बनाने के लिए नहीं हैं बल्कि धर्म का प्रचार तथा धर्म की रक्षा करने के लिए शंकराचार्य बनाए जाते हैं। आदिकाल से यह परपंरा चली आ रही है।
शंकराचार्य बनने के लिए वेद शास्त्र का ज्ञाता और विद्वान होना जरूरी है। संपत्ति की रक्षा के लिए मंदिरों व मठों में मंडलेश्वर हैं। मंडलेश्वर के लिए विद्वान होना जरूरी नहीं है। उन्होंने कहा कि वेद शास्त्रों में वार्णित 24 अवतारों की पूजा हम करते हैं। मूर्ति में प्राण प्रतिष्ठा कर अह्वान करते हैं और उन्हें भोग अर्पित करते हैं और भगवान उस भोग से तृप्त होते हैं, भोग को खाते नहीं हैं।
शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद ने कहा कि साई के नाम पर संपत्ति बनाने के लिए ट्रस्ट के लोग धोखाध़़डी कर रहे हैं। सनातन धर्म के 24 अवतारी देवताओं के सामान साई का चित्र बनाकर लोगों को दिग्भ्रमित कर रहे हैं। साई बाबा भगवान हैं ही नहीं, भगवान का न जन्म होता और न उसकी मृत्यु होती है। साई का जन्म भी हुआ और मृत्यु भी हुई। वह मुसलमान था इसलिए गंगा जल का उपयोग नहीं करता था। मुसलमान अपने धर्म का पालन करें तथा सनातन धर्मी जो वेद शास्त्र से प्रतिपादित हैं उनका पालन करें।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रजा ही राजा है अब उन्हें ही फैसला करना है कि धर्म की रक्षा कैसे होगी। रियासतकाल में शंकराचार्य राजा को धर्म, कर्म और विधान बताते थे जिस पर वह अमल करते थे।
शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद ने कहा कि देश में कडे़ कानून होने के बाद भी महिलाओं के साथ दुष्कर्म के मामले में कमी नहीं आ रही है। प़़डोसी देशों से नशे की सामग्री भारत पहुंच रही है, जिसका सेवन कर लोग नशे की हालत में दुष्कर्म कर रहे हैं, जिसका समाज पर बुरा प्रभाव प़़ड रहा है। नशा मुक्ति के लिए पूरे देश में महिला व पुरुषों के लिए हिंगलाज सेना का गठन किया जाएगा जो नशा मुक्ति के साथ-साथ समाज में जनकल्याणकारी कार्य करेंगे। उन्होंने एक प्रश्न के जवाब में कहा कि सबूत दें शंकराचार्य।
स्वामी अग्निवेश, सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा कि शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती के पास मेरे आतंकवादी होने का कोई सबूत है तो वह पुलिस, सक्षम अधिकारी, मुख्यमंत्री को वह दस्तावेज उपलब्ध कराएं, ताकि मुझे गिरफ्तार कर पुलिस आम लोगों को सुरक्षा प्रदान कर सके। अगर कोई दस्तावेज नहीं है तो उनके बयान को बेतुका माना जाए।