बिटकॉइन 1400 डॉलर के रिकॉर्ड हाई पर, जानिए इससे जुड़ी छोटी बड़ी हर बात
बिटकॉइन ने 1400 डॉलर का अपना ऑल टाइम हाई छुआ, जानिए क्या होती है वर्चुअल करेंसी
नई दिल्ली (जेएनएन)। मंगलवार के कारोबार में बिटकॉइन ने 1400 डॉलर का अपना ऑल टाइम हाई छुआ। इसकी वैल्यू बीते वर्ष के दौरान करीब तीन गुना हो गई। इस तेजी के पीछे जापान की ओर से बढ़ती डिमांड है। जापान एक ऐसा देश है जहां पर डिजिटल करंसी को भुगतान का वैध माध्यम माना गया है। डेटा वेबसाइट क्रिप्टोकम्पेयर वैश्विक स्तर पर बिटकॉइन ट्रेडिंग का विश्लेषण करती है। वेबसाइट ने बताया कि करीब 50 फीसद ट्रेडिंग वॉल्यूम बीते 24 घंटों में बिटकॉइन में हुई।
क्या है बिटकॉइन:
बिटकॉइन एक वर्चुअल करेंसी (क्रिप्टो करेंसी) जैसी है जिसे एक ऑनलाइन एक्सचेंज के माध्यम से कोई भी खरीद सकता है। इसकी खरीद-फरोख्त से फायदा लेने के अलावा भुगतान के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। फिलहाल भारत में एक बिटकॉइन की कीमत करीब 65 हजार रुपये है।
- पूरे विश्व में कुल 1.5 करोड़ बिटकॉइन चलन में होने का अनुमान
- इस गुप्त करेंसी पर सरकारी नियंत्रण नहीं होता। इसे छिपाकर इस्तेमाल किया जा सकता है।
- इसे दुनिया में कहीं भी सीधा खरीदा या बेचा जा सकता है।
- इन्हें रखने के लिए बिटकॉइन वॉलेट उपलब्ध होते हैं।
- इन्हें आधिकारिक मुद्रा से भी बदला जाता है। इसे न तो जब्त किया जा सकता है और न ही नष्ट।
- यह किसी देश की आधिकारिक मुद्रा नहीं है। ऐसे में इस पर किसी प्रकार का टैक्स नहीं लगता है।
कैसे है पोंजी स्कीम:
विशेषज्ञों का कहना है कि यह एक तरह की पोंजी स्कीम है जिसमें निवेशकों के साथ धोखा हो सकता है।
शुरुआत हुई 2009 में:
2008 में पहली बार बिटकॉइन के संबंध में एक लेख प्रकाशित हुआ। इस्तेमाल के लिए यह 2009 में ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप में उपलब्ध हुई। इसे अज्ञात कंप्यूटर प्रोग्रामर या इनके समूह ने सातोशी नाकामोटो के नाम से बनाया।